रुडक़ी/भगवानपुर। चार जिलों की औषधि विभाग की टीम ने मिलकर भगवानपुर क्षेत्र स्थित दवा कंपनी में छापेमारी की। टीम ने यहां से लाखों रुपये की दवाइयां, ब्रांडेड कंपनियों के लेबल भी बरामद किए हैं। दवाओं के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेजे हंै। साथ ही दो लोगों को पकडक़र पुलिस के हवाले कर दिया। विभाग की कार्रवाई से कंपनी में हडक़ंप मच गया। वहीं, क्षेत्र की अन्य दवा कंपनियों में भी अफरा-तफरी की स्थिति रही। जानकारी अनुसार ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर दवाएं बनाने की सूचना पर भगवानपुर क्षेत्र में रायपुर के पास इनोवा फार्मा में हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल और देहरादून की ड्रग विभाग की टीम ने संयुक्त छापेमारी की। टीम को देखकर कई कर्मचारी दीवार फांदकर भाग गए। टीम ने मेन गेट बंद कर कंपनी के अंदर बन रही दवाओं की जांच की। इसके बाद करीब ढाई लाख की कीमत की दवा अपने कब्जे में ले ली। इस दौरान बड़ी संख्या में ब्रांडेड दवा कंपनियों के लेबल भी बरामद किए। टीम ने दवा बनाने वाली मशीनों को सील कर दो लोगों को पकडक़र पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद दवाओं के सैंपल जांच के लिए लैब भेज दिए।
इस दौरान टीम में देहरादून के औषधि निरीक्षक नीरज कुमार, नैनीताल की औषधि निरीक्षक मीनाक्षी, ऊधमसिंह नगर से औषधि निरीक्षक सुधीर कुमार और हरिद्वार से सीपी नेगी व बीसी पंत शामिल रहे। हरिद्वार के औषधि निरीक्षक सीपी नेगी ने बताया कि सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल कंपनी के दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
गौरतलब है कि भगवानपुर औद्योगिक क्षेत्र में दवा कंपनियों में पूर्व में भी ड्रग विभाग की छापेमारी में नकली दवाएं बनाने का खुलासा हो चुका है। इसके साथ ही ब्रांडेड दवाओं के लेबल लगाकर नकली दवा बेचने के मामले पकड़ में आ चुके हैं। रुडक़ी क्षेत्र में भी ऐसे कई मामले में सामने आए हैं। बावजूद इसके नकली दवा बनाने का कारोबार जोरों पर हैं।