जयपुर। प्रदेश में ऑनलाइन दवा कारोबार में नकली दवाएं बेचे जाने का मामला सामने आया है। ड्रग विभाग ने एक साथ प्रदेशभर में छापामारी की। जयपुर में 37 लाख रुपए से अधिक की नकली दवाएं जब्त भी कीं। ये नकली दवाएं जयपुर के अलावा पूरे राजस्थान में भेजी जा रही थीं। कुल 10 जिलों में इन दवाओं की कालाबाजारी की बात सामने आई है। इनमें सीकर, झुंझुनू, अलवर, जोधपुर, भरतपुर, हनुमानगढ़, नागौर, दौसा और करौली में भी छापेमारी की गई। जयपुर में 8 टीमों ने 10 जगह छापे मारकर ऑनलाइन नकली दवा बेचने के बड़ेे गोरखधंधे का खुलासा किया है। 80 दवाओं के सैंपल लिए हैं। खास बात यह रही कि जो दवाएं हार्ट डिजीज में काम आती हैं, उसकी नकली दवाएं बाजार में बिक रही हैं।
ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक के अनुसार सूचना मिली थी कि शहर में कई जगह नकली दवाएं बेची जा रही हंै। इसके बाद टीम ने अपने स्तर पर पड़ताल की और दस टीमों के साथ छापा मारा। फिल्म कॉलोनी की दर्श फार्मा और वृंदावन फार्मा, कालवाड़ स्कीम की सनशाइन एंटरप्राइजेज, सुदर्शनपुरा की थीया टेक्नोलोजिस और मेडि लाइफ इंटरनेशनल प्रा.लि., कोटपुतली में यूनाइटेड मेडिकल एजेंसी, वीकेआई में अग्रवाल स्टोर्स और 22 गोदाम स्थित एपिओन मेड आरएक्स फार्मेसी पर कार्रवाई की।
इन सभी जगहों से एट्रोवेसटाटीन टेबलेट, रेमीप्रील, ल्यूपिन फार्मा, यूरिमेक्स डी टेबलेट, सिपला, डुफास्टोन, अबोट की दवाएं संदेहास्पद पाई गई हैं और काफी मात्रा में ऑनलाइन बेची जा रही थी। सुदर्शनपुरा में टीम जब कार्रवाई कर रही थी, फर्म का गार्ड बाहर से गेट बंद कर गया। फिल्म कॉलोनी स्थित मैसर्स दर्श फार्मा में नकली दवा लोसार एच का बेचान सामने आया। यहां से सीकर, झुंझुनू, अलवर, जोधपुर, भरतपुर, हनुमानगढ़, नागौर, दौसा और करौली, उदयपुर, भीलवाड़ा सहित लगभग सभी जिलों में यह दवा बेची जा रही थी। यहां करीब 37 लाख रुपए की दवा जब्त की है। जांच में सामने आया है कि दर्श फार्मा दिल्ली के गणपति एंटरप्राइजेज से माल खरीद रहा था। मामले में दिल्ली के ड्रग कंट्रोलर को सूचित कर दिया गया है और वहां भी जल्द कार्रवाई की जाएगी।