सिरसा (हरियाणा)। पुलिस और कृषि विभाग ने संयुक्त अभियान चलाकर नकली कीटनाशक बेचने वाले अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ा है। टीम ने करीब सात लाख रुपए कीमत के नकली कीटनाशक से भरी दो गाडिय़ों, रैकी के लिए आगे चल रही एक मोटरसाइकिल सहित गिरोह के चार सदस्यों को काबू किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान बठिंडा निवासी विजय व सुशील, सरदुलगढ़ पंजाब निवासी धीरज तथा सिरसा हरियाणा के निवासी सोनू के रूप में हुई है। आरोपितों के खिलाफ कापीराइट व पेस्टीसाइड अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किया गया है। गरोह के सदस्य नामी कंपनियों का लेबल लगाकर कम कीमत पर ग्रामीण क्षेत्रों में कीटनाशक बेचते थे।
जानकारी अनुसार कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. बाबू लाल, क्यूसीआई सुखदेव सिंह, डीएसपी आर्यन चौधरी पर आधारित टीम ने खैरेकां बाइपास हनुमान मंदिर के पास नाका लगाकर कीटनाशक दवाइयों से भरी स्विफ्ट कार, आई टवेंटी कार तथा एक मोटरसाइकिल सहित चार आरोपितों को काबू किया। मोटरसाइकिल सवार आगे रैकी करता हुआ चल रहा था। जबकि स्विफ्ट कार में भरी दवाइयों को आइ टवेंटी कार में भरना था, ताकि किसी को शक न हो। पुलिस टीम ने कार में से टॉप स्टॉर सजेंटा की 80 लीटर, नटीवो कंपनी की वायर 33 किलो, कस्टोडिया कंपनी की अडामा 13 लीटर, थेम कंपनी की 480 बोतल, 100 पीस करंट कीटनाशक बरामद की। पकड़ी गई दवाइया ब्रांडेड कंपनी की दवाइयों की नकल है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार क्षेत्र में यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था। नकली कीटनाशक बेचे जाने के कारण सिरसा के तीन पेस्टीसाइड संचालकों के लाइसेंस रद्द किए गए थे। इसके बाद कृषि विभाग के अधिकारियों ने पेस्टीसाइड यूनियन व कीटनाशक दवा कंपनियों की इंफोरसमेंट टीम ने जाल बिछाकर आरोपितों को काबू किया। कृषि विभाग के उपनिदेशक डा. बाबू लाल ने बताया कि विभाग ने नकली कीटनाशक बेचने वाले गिरोह के चार सदस्यों को काबू किया है। आरोपितों से ब्रांडिड कंपनियों की नकली दवाइयों का जखीरा बरामद किया है। चारों आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत पुलिस में अभियोग दर्ज करवाया गया है।