मुजफ्फरनगर। पंजाब पुलिस ने दवा के थोक विक्रेता के घर और दुकान पर दबिश दी। पुलिस के आने की भनक लगने पर दवा विक्रेता भाग गया। पुलिस ने उसके मकान व दुकान पर गिरफ्तारी वारंट चस्पा किया। आरोप है कि दवा विक्रेता पंजाब में कोरियर के जरिए नशे की टेबलेट और कैप्सूल की खेप भेजता था। नशे की दवा की तस्करी के मामले में सहारनपुर और पंजाब से छह लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
दवा विक्रेता सुधीर शर्मा के पुत्र मनीष शर्मा का मकान दयालपुरम में है, जबकि दवाइयों की थोक की दुकान पैंठ रोड पर है। देर शाम पंजाब के गुरदासपुर से क्राइम ब्रांच के सीओ कपिल कौशल व सिविल पुलिस के सीओ कुलविंदर सिंह ने टीम के साथ इनके आवास और एजेंसी पर दबिश दी। उसके पास थोक दवाइयों की एजेंसी है। पुलिस के आने से पहले ही मनीष व उसका पिता सुधीर शर्मा दुकान बंद कर भाग गए। पुलिस ने उनके मकान और दुकान पर मनीष की गिरफ्तारी का वारंट चस्पा किया। सीओ कपिल कौशल ने बताया कि मनीष शर्मा यहां से कोरियर के जरिए नशे की टेबलेट और कैप्सूल पंजाब भिजवाता था। इस मामले में पंजाब और सहारनपुर से छह लोगों को गिरफ्तारी हुई। उनसे 50 हजार कैप्सूल और 35 हजार टेबलेट बरामद की गई। पूछताछ में सहारनपुर के सौरभ गर्ग ने बताया था कि खतौली का दवाइयों का थोक विक्रेता मनीष शर्मा कोरियर से टेबलेट और कैप्सूल की खेप भेजता था। उक्त कैप्सूल और टेबलेट नशे के रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं।