नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए एक नई दवा की घोषणा की है। इससे दुनियाभर की महिलाओं को इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए सस्ता इलाज मिलना संभव हो पाएगा। इस दवा का नाम ट्रैस्टूजुमाब है। यह एक बायोसिमिलर दवा है। इसका अर्थ यह है कि इसे जिंदा स्रोतों जैसे कोशिकाओं से बनाया गया है ना कि किसी केमिकल से। इसकी कीमत भी सामान्य दवा के मुकाबले 65 फीसदी तक कम होगी।
बताया गया है कि फस्र्ट स्टेज के कैंसर से लडऩे में यह दवा काफी कारगर है। साथ ही साथ कुछ केसेज में देखा गया है कि अडवांस स्टेज के ब्रेस्ट कैंसर में भी यह दवा काफी उपयोगी साबित हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल टेडरोस घेब्रेयेसुस का कहना है कि वैसे तो मार्केट में पहले से ट्रैस्टूजुमाब दवाई के कई बायोसिमिलर वर्जन मौजूद हैं लेकिन यह पहली दवा है जिसे डब्ल्यूएचओ ने प्रीक्वॉलिफाई किया है। इस पूरी प्रक्रिया में दवा और दूसरे हेल्थ प्रॉडक्ट्स की क्वॉलिटी, सेफ्टी और वह कितना असरदार है इस बात की जांच की जाती है। जब कोई दवा या हेल्थ प्रॉडक्ट प्रीक्वॉलिफाई हो जाता है फिर वह डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट पर खरीददारी के लिए उपलब्ध होता है।