भिलाई। नशीली और प्रतिबंधित दवाओं का व्यापार करने वाले लोग पुलिस के राडार पर हैं, लेकिन घुमंतू बच्चों को नशे के लिए आसानी से उपलब्ध कराए जाने वाले सॉलूशन पर अभी तक पुलिस का ध्यान नहीं गया है। बता दें कि रेलवे स्टेशन के आसपास और शहर के कुछ मेडिकल स्टोर, किराना, इलेक्ट्रॉनिक्स और बुक डिपो में नशे के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला सॉलूशन उपलब्ध है। नाबालिगों को यह आसानी से उपलब्ध कराया जा रहा है। खास बात यह है कि लंबे समय से सॉलूशन बेचने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
उल्लेखनीय है कि सॉलूशन काफी सस्ता और आसानी से उपलब्ध होने वाला नशा है। नाबालिग और घुमंतू बच्चे इसका ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। किराना, इलेक्ट्रॉनिक्स और बुक डिपो में मिलने वाले सॉलूशन को कपड़े या रूमाल में लपेट कर सूंघने या मुंह में दबाकर उसकी गंध खींचने से नशा होता है। हालांकि यह किसी भी चीज को चिपकाने के काम आता है, लेकिन इसे लगातार सूंघने पर नशा भी होता है। करीब पांच साल पहले पुलिस ने लिंक रोड भिलाई और इंदिरा मार्केट दुर्ग की दुकानों में छापामार कार्रवाई कर भारी मात्रा में सॉलूशन जब्त किया था। इन दुकानों में हर नाबालिग को बिना कोई कारण पूछे ही सॉलूशन उपलब्ध कराया जा रहा था। इसके बाद से अब तक पुलिस ने इस ओर कोई कार्रवाई नहीं की है। दुर्ग के सीएसपी विवेक शुक्ला का कहना है कि सॉलूशन बिक्री के नियम तैयार करने के लिए शासन और प्रशासन स्तर पर प्रस्ताव भेजा जाएगा। सॉलूशन के नशे से खासकर बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। जल्द ही इस ओर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नशीली और प्रतिबंधित दवाइयां बेचने वालों के खिलाफ जो कार्रवाई हुई है, उसके नेटवर्क के बारे में पता लगाने के लिए आरोपितों का कॉल डिटेल निकाला जा रहा है। जानकारी मिलने के बाद आगे और कार्रवाई होगी।