नई दिल्ली। विभिन्न देशों में कोविड-19 की बीमारी से भारतीय नागरिक भी ग्रस्त पाए गए हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार ऐसे भारतीयों की संख्या 3,336 है जो कुल 53 देशों में हैं। 25 भारतीयों की कोविड-19 बीमारी के कारण विदेशों में ही मौत भी हो चुकी है। करीब एक महीना पहले विदेश में सिर्फ 276 भारतीयों को ही वायरस का संक्रमण हुआ था जिनमें अकेले ईरान में 255 जबकि यूएई में 11 भारतीय थे। 785 भारतीय कुवैत में, 634 सिंगापुर में और 420 कतर में संक्रमित हुए हैं। वहीं, ईरान में 308, ओमान में 297, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 238, सऊदी अरब में 186 और बहरीन में 135 भारतियों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसी तरह, इटली में 91, मलेशिया में 37, पुर्तगाल में 36, घाना में 29, अमेरिका में 15 जबकि फ्रांस में 13 भारतीय कोविड-19 बीमारी की चपेट में आ गए हैं। मरने वाले 25 भारतीयों में 11 अमेरिका में थे। जो भी भारतीय दूसरे देशों में फंसे हैं और जिन्हें अब तक नहीं निकाला जा सका है, उन्हें थोड़ा सब्र करना चाहिए क्योंकि सरकार अभी देश में कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने की वृहत रणनीति के तहत उन्हें नहीं निकाल सकती। दूसरे देश की सरकारें भी अपने संक्रमित नागरिकों को वापस नहीं ले जा रही है। लेकिन, अलग-अलग देशों में भारतीय दूतावास भारतीय नागरिकों की भरपूर सहायता कर रही है। सूत्रों की मानें तो भारत ने अब तक 48 देशों से कुल 35 हजार नागरिकों को निकाला है।
सूत्रों ने कहा कि भारत ने 55 देशों को मलेरिया की दवाई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन बेचने या फिर मदद के रूप में देने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि भारत दक्षिण कोरिया और चीन से कोरोना वायरस टेस्टिंग किट खरीद रहा है। भारत कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को और मजबूती प्रदान करने के लिए जर्मनी, अमेरिका, इंग्लैंड, मलेशिया, जापान और फ्रांस से मेडिकल इक्विपमेंट खरीद रहा है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रमन आर गंगाखेडक़र ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि भारत को चीन से पांच लाख किट मिल गई हैं। उधर,चीन से आज ही साढ़े छह लाख कोरोना वायरस टेस्टिंग किट्स भारत आ रहे हैं। बीजिंग में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने बताया कि चीन से खरीदी जा रही 20 लाख से अधिक टेस्टिंग किट्स को अगले 15 दिनों में भारत भेजा जाएगा।