मुंबई। कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर राहत भरी खबर है। इबोला के इलाज के लिए बनाई गई दवा कोरोना वायरस के मरीजों के लिए रामबाण साबित हो रही है। जीलीड्स सांइसेज इनकॉर्पोरेशन की रेमडेसिविर दवा उन मरीजों को जल्दी ठीक कर दे रही है, जो कोरोना वायरस की वजह से ज्यादा गंभीर रूप से बीमार नहीं हैं। जानकारी अनुसार कोरोना मरीजों पर दवा जांचने के लिए कंपनी ने 600 मरीजों दो तरह के ट्रीटमेंट पर रखा। कुछ लोगों को 5 दिन की दवा दी गई। कुछ मरीजों को 10 दिन की दवा दी गई। साथ में उन मरीजों को भी रखा गया जो स्टैंडर्ड मेडिकेशन प्रोसीजर से इलाज करा रहे थे। 11वें दिन पता चला कि पांच दिन की ट्रीटमेंट वाले मरीज सामान्य तरीके से इलाज करा रहे मरीजों की तुलना में ज्यादा जल्दी ठीक हुए हैं। साथ ही जिन गंभीर मरीजों को 10 दिनों की दवा दी गई थी, उनमें भी काफी ज्यादा सुधार देखने को मिला। एक महीने पहले भी अमेरिकी वैज्ञानिकों ने कहा था कि इस दवा की सफलता से कोरोना को हराने के लिए हमें नई उम्मीद मिल गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार डॉ. एंथनी फॉसी ने भी इस दवा की तारीफ की है। इस दवा की बदौलत कोरोना मरीज 31 फीसदी ज्यादा तेजी से ठीक हो रहे हैं। अमेरिका ने अप्रैल महीने में इस दवा का क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया था, जिसके परिणाम अब सामने आए हैं। डॉ. फॉसी ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि रेमडेसिविर दवा का मरीजों के ठीक होने के समय में बहुत स्पष्ट, प्रभावी और सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।