मुंबई। कोरोना वायरस के इलाज में एक पुरानी दवा पर दुनियाभर के वैज्ञानिकों की उम्मीद टिकी है। आरएलएफ-100 नामक इस दवा के बारे में बताया जा रहा है कि इसकी मदद से कोरोना संक्रमित लोग ठीक हो रहे हैं। यह दवा वायरस को फेफड़ों तक पहुंचने से रोकती है। मुंबई में ज्यादातर डॉक्टरों को मरीजों को यही दवा लिख रहे हैं। यह दवा अब भारत में मौजूद नहीं है।
भारत में ही नहीं, इस दवा की चर्चा विदेशों में भी है। यही कारण है कि अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने कोरोना वायरस के इलाज में आरएलएफ-100 इस्तेमाल की इजाजत दे दी। इस दवा का इस्तेमाल आपात स्थिति में किया जा सकेगा। इसे आरएलएफ-100 दवा को एविप्टाडिल नाम से भी जाना जाता है। आरएलएफ-100 या एविप्टाडिल इसके फार्मूले का नाम है।