हमीरपुर। फरवरी में एक्सपायर हुए एंटी लार्वा दिए जा रहे छिड़काव के लिए ग्राम प्रधान ने एक्सपायर दवाओं के लेकर जिम्मेदारों पर लगाये घोटाला करने के आरोप। इस सम्बंध में जब जिला मलेरिया अधिकारी राजेन्द्र यादव से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एक्पायरी डेट निकलने से नुकसान कुछ नहीं है। जब उनसे पूछा गया क्या असर कम नहीं होता एक्सपायरी डेट होती किस लिए है। तब उन्होंने अपनी जिम्मेदारी से कन्नी काटते हुए सीएचसी अधीक्षक सहित उनके स्टाफ को जिम्मेदार बताया है। इस सम्बंध में जब सीएचसी अधीक्षक गोहांड डॉ अंजुल निरंजन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एक्पायरी निकलने से कोई खास अंतर नहीं पड़ता दवा इंसानों के लिए नहीं है जो कोई अंतर पड़े। अब यहां सवाल यह उठता है एक्सपायरी एंटी लार्वा दवा का छिड़काव महामारी के समय होने से बढ़े संक्रमण की जिम्मेदारी किसकी होगी । दरअसल सरकारी अस्पताल गोहांड के स्टोर रूम में रखी एक्सपायरी डेट निकली एंटी लार्वा की बोरी , गोले के अंदर लिखी एक्सपायर डेट। गोहांड ब्लाक क्षेत्र के बरुआ ग्राम पंचायत के मचहारी गांव में डेंगू महामारी चरम पर है। अभी तक गांव के 7 लोग डेंगू से संक्रमित हो कर झांसी में इलाज करा रहे हैं। मचहारी गांव में डेंगू का संक्रमण बीते एक सप्ताह से भयंकर रूप से गहराया है। गोहांड स्थित सरकारी अस्पताल से गांव में छिड़काव के लिए गांव के प्रधान को एंटी लार्वा टेम्फोस लिक्विड व हिलडिट मुहैया कराई गई थी। जिसका प्रधान द्वारा गांव में दो दिन छिड़काव करवाया गया। गुरुवार को छिड़काव की दवा बनवाते समय ग्राम प्रधान ने देखा तो पाया दोनों एंटी लार्वा की एक्सपायरी डेट निकली हुई है।