लखनऊ। दवा कंपनियां मरीजों की सेहत से खिलवाड़ कर रही हैं। अब एलर्जी से पीड़ित बच्चों के इलाज में अहम सिरप जांच में फेल हो गया है। बतादे कि बड़ी तादाद में सिरप खप गया, तब रिपोर्ट आई। जिसको लेकर स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गई है। दरअसल उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन ने सभी अस्पतालों को पत्र जारी कर दवाएं वापस मंगाई हैं। सरकारी अस्पतालों में उप्र मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन दवा की आपूर्ति कर रहा है। गौरतलब है कि हरिद्वार की कंपनी मेसर्स फार्मुलेशन प्राइवेट लिमिटेड को चार अक्तूबर 2019 को कॉरपोरेशन ने बच्चों में एंटीएलर्जिक सिरप लिवोसिट्रीजन 2.5 एमजी, पांच एमजी और 60 एमजी की आपूर्ति का आर्डर दिया। गौरतलब है कि बच्चों में एलर्जी की परेशानी बहुत सामान्य है। 70 से 80 फीसदी बच्चों को डॉक्टर लिवोसिट्रीजन सिरप देने की सलाह देते हैं। आठ से 10 माह के दौरान हजारों बच्चों को सिरप बांट दिया गया। अधिकारियों ने सिरप पीने के बाद तबीयत खराब होने की शिकायत न आने की बात कही है। बतादे कि 28 अक्तूबर 2020 को कॉरपोरेशन ने प्रदेश के सभी सीएमओ, सीएमएस और वेयर हाउस को पत्र लिखकर दवा आपूर्ति पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं। साथ ही दवा को स्टोर में अलग रखने के निर्देश दिए गए हैं। कॉरपोरेशन के अधिकारियों का कहना है कि कंपनी ने दवा वापस लेने की हामी भरी है। वापस आने वाली दवा की मात्रा को डीवीडीएम पोर्टल पर अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। कंपनी ने एलवीएन-1902 बैच के सिरप की आपूर्ति की। इसके निर्माण की तारीख अक्तूबर 2019 और एक्सपायरी सितंबर 2021 थी। गुणवत्ता परखने के लिए नमूने लिए गए। जांच में दवा फेल हो गई।