देवरिया। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में दवाओं को लेकर हो रहे भ्रष्टाचार व कमीशन का खेल रोकने व मरीजों की सहूलियत के लिए सीएमएस ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यहां अब दवा वितरण कक्ष खुलेगा, जहां प्रतिदिन चौबीस घंटे आवश्यक दवाओं का वितरण किया जाएगा। इससे मरीजों को काफी सहूलियत मिलेगी। उन्हें दिन में दो बजे के बाद व रात में दवा के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। वहीं सीएमएस डा.एएम वर्मा ने कहा कि जिला अस्पताल की इमरजेंसी में दवा वितरण कक्ष खोलने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए फार्मेसी अधिकारी लक्ष्मण लाल श्रीवास्तव के साथ सभी फार्मासिस्टों के साथ बैठक की गई है। यहां सभी फार्मासिस्टों की ड्यूटी लगाई जाएगी। यहां सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध रहेंगी। इमरजेंसी में इलाज के दौरान मरीज को दवा नहीं मिल पाती थी। उन्हें बाहर से दवा खरीदनी पड़ती थी। अब इस समस्या से निजात मिल जाएगी। दरअसल पहले इमरजेंसी में सिर्फ जीवन रक्षक दवाएं व इंजेक्शन ही उपलब्ध थे। जिससे गंभीर मरीजों का इलाज किया जाता है। भर्ती मरीजों को खाने के लिए टेबलेट बाजार से खरीदना पड़ता था। यहीं नहीं मरीज के डिस्चार्ज होने पर अथवा इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए दवा चिकित्सक बाहर से लिखते थे। दो बजे के बाद जिला अस्पताल की ओपीडी बंद होने के साथ ही दवा वितरण कक्ष भी बंद हो जाता था। इस समस्या से अब मरीजों को निजात मिल जाएगी। आवश्यक दवाएं अब इमरजेंसी के दवा वितरण कक्ष से ही मिल जाएंगी। यहां दर्द, बुखार, गैस, उल्टी रोकने, एंटीबायोटिक समेत बच्चों की सभी आवश्यक दवा भी उपलब्ध रहेगी।