भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड जिले के ऊमरी कस्बे में बिना किसी डिग्री के एक व्यक्ति जहां लोगों की आंखों का इलाज कर रहा था। वहीं अकोड़ा में एक ऐसा क्लीनिक चल रहा था, जिसे पहले भी एक बार सील किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि सीएमएचओ डा. अजीत प्रसाद मिश्रा, तहसीलदार अशोक गोबाड़िया स्वास्थ्य विभाग के छापामार दल के साथ ऊमरी में संचालित हो रहे एसएसटी क्लीनिक पहुंचे।
जहां आंखों के इलाज की डिग्री वाला कोई डॉक्टर नहीं था। सीएमएचओ के अनुसार बीएस तोमर आंखों का अस्पताल संचालित कर रहे थे। जब उनसे चिकित्सा पद्धति की डिग्री मांगी गई तो वे नहीं दिखा पाए है। दरअसल यह क्लीनिक ग्वालियर के डा. हरीश सुखवानी पुत्र श्यामसुंदर सुखवानी निवासी माधौगंज के नाम से पंजीकृत कराया गया था, जिसका एक वर्ष पहले मार्च 2019 में पंजीयन खत्म हो चुका है। बावजूद इसके यह क्लीनिक संचालित हो रहा था, जिसे सील कर दिया गया।
छापामार दल के डॉ बीआर आर्य, डा आरके दुबे और लिपिक अजेंद्र सिंह शामिल थे। तो वहीं सीएमएचओ डॉ मिश्रा और तहसीलदार गोबडिया टीम के साथ अकोड़ा भी पहुंचे जहां कुशवाह क्लीनिक जो पहले भी सील किया जा चुका है, वह संचालित पाया गया। सीएमएचओ डॉ मिश्रा ने बताया कि यह क्लीनिक राम सिंह कुशवाह पुत्र प्रताप सिंह कुशवाह बिना किसी डिग्री और रजिस्ट्रेशन के चला रहे थे।
जबकि उनके विरुद्ध जेएमएफसी न्यायालय में प्रकरण चल रहा है। ऐसे में सीएमएचओ ने उक्त क्लीनिक को पुनः सील करा दिया। इस दौरान उनके क्लीनिक पर बड़ी मात्रा में अंग्रेजी दवाएं और अन्य सामान भी मिला है, जिसे जब्त किया गया है। सीएमएचओ डॉ मिश्रा के अनुसार उनके विरुद्ध आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किए जाने को लेकर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
बतादें कि न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन है। बावजूद वह फर्जी डाक्टर लोगों का इलाज करने से चूक नहीं रहा था। सीएमएचओ डॉ अजीत मिश्रा ने तहसीलदार अशोक गोबडिया के साथ उक्त दोनों क्लीनिक को सील कर दिया है। साथ ही ऊमरी पुलिस को पत्र भेजकर कहा है कि अब यह क्लीनिक नहीं खुलना चाहिए।