सतना। युवाओं का देश कहे जाने वाले हिन्दुस्तान में अब नशा नासूर बन चुका है। दरअसल फैल रही नशे की लत को प्रमुखता से समाज के सामने पेश किया गया जा रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ नशे का धड़ल्ले से कारोबार करने वाले कारोबारी अच्छे मुनाफे के चक्कर में युवाओं को सस्ते नशे का लालच देकर नशे का आदि बना रहे है। गौरतलब है कि एक तरफ महंगाई से सभी स्तर के लोग परेशान हैं लेकिन इसके बाद भी नशे का कारोबार करने वाले और नशा करने वालों ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है।
महंगी शराब और ड्रग्स का खर्चा नहीं निकाल पाने वाले गरीब से लेकर मध्यमवर्गीय और पॉश घर के नवजवान भी इस सस्ते नशे के चंगुल में फंस चुके हैं। यह नशा युवाओं को बड़ी बीमारी की ओर तो धकेल रहा ही है लेकिन पुलिस के लिए भी यह परेशानी का सबब बनता जा रहा है क्योंकि इसपर ना तो प्रतिबंध लगाया जा सकता है और ना ही बिक्री से रोका जा सकता है। यह नशा है कफ सिरप का है जिसका इन दिनों तेजी से चलन बढ़ रहा है। एक मात्र सतना जिले में ही कफ सिरप की हजारों शीशियां पकड़ी जा चुकी हैं जिन्हें अवैध रूप से नशा करने वालों के लिए स्टॉक करके रखा गया था। इसी प्रकार सतना पुलिस ने एक बार फिर 205 शीशी अवैध कफ सिरप जब्त की है जिसके खिलाफ मप्र, ड्रग्स कंट्रोल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
दरअसल थाना कोटर को मुखबिर से सूचना मिली की अबेर निवासी 40 वर्षीय तामध्वज सेन पिता संखुल सेन अपने घर के बगल में बाड़ी में एक सफेद बोरी में कोरेक्स कफ सिरप छिपाकर रखा गया है। कोटर थाना ने इस सूचना को वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। इसके पश्चात थाना कोटर पुलिस साक्षियों को लेकर मुखबिर के बताए स्थान पर पहुंचकर तामध्वज सेन के घर की घेराबंदी की तो एक व्यक्ति धान के पैरा के अंदर से सफेद बोरी में कुछ लेकर खेत तरफ भागा जिसे मौजूद पुलिस कर्मियों ने घेरांबदी कर पकड़ लिया।
जब पुलिस ने उससे पूछताछ की गई और बोरी की तलाशी ली गई तो संदेही के सफेद रंग की प्लास्टिक की बोरी में कुल 175 बोतल विनसीरेक्स कफ सिरफ की एवं 30 बोतल ओनरेक्स कफ सिरप की (कुल 205 बोतल ) बरामद हुई। पुलिस के अनुसार बरामद कफ सिरप की अनुमानित कीमत 24 हजार 600 रुपये है जिसे जब्त करते हुए पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मप्र औषधि नियंत्रण अधिनियम व एनडीपीसी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।