दुमका। नशीली और प्रतिबंधित दवा का कारोबार लगातार बढ़ता ही जा रहा है। बता दें कि फर्जी दवा दुकान के नाम पर खांसी की प्रतिबंधित दवा मंगाए जाने का मामला उजागर हुआ है। दरसन दुमका में फर्जी दवा दुकानों के नाम पर ही नशे के लिए उपयोग की जाने वाली खांसी की प्रतिबंधित सिरप मंगाई जाती है। सोमवार को ड्रग इंस्पेक्टर राजेश कुमार के बयान पर राजा ड्रग्स, एके ड्रग्स, ज्योति मेडिकल एवं एमएस सुमन नामक दवा दुकानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मंगलवार को नगर थाना की पुलिस दवा का अवैध कारोबार खंगालने के लिए पटना जाएगी। पुलिस ने हिरासत में लिए ट्रांसपोर्ट कंपनी के प्रबंधक प्रदीप यादव व धनबाद निवासी चालक दिनेश पटेल को सोमवार की देर शाम पीआर बांड पर छोड़ दिया।
बता दें कि बिहार के पटना से रांची के रास्ते दुमका लाई गई 25 पेटी कफ सिरप सहित नशे के लिए इस्तेमाल की जाने वाली अन्य दवा को नगर थाना की पुलिस ने सराय रोड के पास परशुराम रोडवेज ट्रांसपोर्ट से जब्त किया था। ट्रांसपोर्ट के प्रबंधक प्रदीप यादव एवं धनबाद निवासी चालक दिनेश पटेल को हिरासत में लिया था। सोमवार की शाम दोनों को पीआर बांड पर छोड़ दिया गया।
ड्रग इंस्पेक्टर ने जिन दुकानों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, वे सभी फर्जी हैं। जांच के बाद भी यह पता नहीं चला कि ये सभी दुकानें चल रही हैं या नहीं। इन दुकानों के नाम पर ही सारी प्रतिबंधित दवा मंगाई जाती है और फिर ये प्रखंड व शहर में अवैध कारोबार में लगे लोगों तक पहुंचाई जाती थीं। एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी ने बताया कि अवैध कारोबार करने वाले फर्जी दुकानों के नाम पर ही सिरप मंगाते थे। सारी शीशी पटना से आती थी। अब एक टीम को वहां भेजकर यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि इस गलत कार्य में दुमका के कौन लोग शामिल हैं।