जींद। जींद जिले के गांव बेरीखेड़ा में गर्भवती महिला द्वारा गर्भपात करवाए जाने की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की। टीम ने वहां से भ्रूण को बरामद किया है, जिसे पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक भेजा गया है। भ्रूण लगभग 13 सप्ताह का बताया जा रहा है। छापेमार टीम ने घर से एमटीपी किट को बरामद कर दंपति, चिकित्सक समेत सात लोगों के खिलाफ अवैध गर्भपात करवाने तथा एमटीपी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि गांव बेरीखेड़ा निवासी देवेंद्र की पत्नी मुकेश का गर्भपात करवाया गया है। जिसके आधार पर स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डा. पालेराम के नेतृत्व में पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस के साथ सुदेश के आवास पर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान पिल्लूखेड़ा थाना प्रभारी छत्रपाल तथा नायाब तहसीलदार इंद्र सिंह मौके पर मौजूद रहे। छापामार टीम ने मुकेश की निशानदेही पर मिट्टी में दफनाए गए 13 सप्ताह के भ्रूण को बरामद कर लिया। पुलिस ने घर से एमटीपी किट को भी बरामद किया है।

पूछताछ के दौरान सामने आया कि उसने 17 मार्च को असंध के अल्ट्रासाउंड केंद्र से अल्ट्रासाउंड करवाया था। जिसके बाद वह अपनी जेठानी पूजा के मायका गांव खेडा खेमावती चले गए। जहां पर जेठानी का भाई दिलबाग उसे सफीदों की महिला निजी चिकित्सक डा. मोनिका शर्मा के पास ले गया। मोनिका शर्मा के कहने पर सफीदों यश अल्ट्रासाउंड केंद्र के एमडी जोगेंद्र ने दिलबाग को एमटीपी किट उपलब्ध करवाई। जिसके बाद मुकेश ने एक गोली वहीं ले ली और फिर बाद गांव बेरीखेड़ा आने के बाद उसका गर्भपात हो गया और भ्रूण को मकान के पीछे दबा दिया गया। छापामार टीम ने भ्रूण को बरामद कर पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया।इसके अलावा टीम ने वहां से एमटीपी किट भी बरामद की है।

स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डा. पालेराम की शिकायत पर पुलिस ने गांव बेरीखेड़ा निवासी मुकेश, उसके पति देवेंद्र, जेठ अमित, सास कृष्णा, रिश्तेदार गांव खेड़ा खेमावती निवासी दिलबाग, अल्ट्रासाउंड केंद्र सफीदों के एमडी जोगेंद्र तथा महिला चिकित्सक डा. मोनिका के खिलाफ अवैध गर्भपात करवाने, एमटीपी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डा. पालेराम ने बताया कि रिर्वस जांच के आधार पर छापेमारी की गई थी। भ्रूण व एमटीपी किट को बरामद कर लिया गया है। अवैध गर्भपात में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की सिफारिश पुलिस से की गई है।