वाशिंगटन। अमेरिका में कोरोना के खिलाफ एक और नई दवा को मंजूरी मिल गई है। यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने 12 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों में हल्के से मध्यम COVID-19 के इलाज के लिए वीर बायोटेक्नोलॉजी और ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन द्वारा विकसित एंटीबॉडी दवा के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। स्वास्थ्य नियामक ने बुधवार को कहा कि एंटीबॉडी दवा, सोट्रोविमैब, उन कोरोना मरीजों के लिए अधिकृत नहीं है जो कोरोना संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती हैं या उन्हें ऑक्सीजन थेरेपी की आवश्यकता है।
सोट्रोविमैब मोनोक्लोनल एंटीबॉडी नामक दवाओं के एक वर्ग से संबंधित है, जो प्राकृतिक एंटीबॉडी की नकल करता है जो शरीर संक्रमण से लड़ने के लिए उत्पन्न करता है। आने वाले हफ्तों में कोराना वायरस मरीजों के लिए एंटीबॉडी इलाज उपलब्ध होगा, जीएसके और वीर ने कहा कि उन्होंने 2021 की दूसरी छमाही में एफडीए को एक विपणन आवेदन जमा करने की योजना बनाई है। इससे पहले रेजेनरॉन फार्मास्युटिकल्स और एली लिली द्वारा इसी तरह की COVID-19 दवाओं को संयुक्त राज्य में आपातकालीन उपयोग के लिए अधिकृत किया गया है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कोरोना से संक्रमित होने के बाद दी गई दवा भारत में सोमवार को लांच कर दी गई। दवा कंपनी रोश इंडिया ने सिप्ला के साथ मिलकर इस एंटीबॉडी कॉकटेल दवा को लांच किया है। हल्के और मध्यम स्तर पर संक्रमित मरीजों को यह दवा देने से उनके गंभीर होने और अस्पताल में भर्ती होने का खतरा कम हो जाता है। इसकी एक डोज की कीमत करीब 60 हजार रुपये है। कोरोना के इलाज के लिए कैसिरिविमैव और इमडेविमैव नामक दो दवा को मिलाकर एक डोज तैयार किया गया है इसलिए इस दवा को एंटीबॉडी कॉकटेल नाम दिया गया है। पिछले साल अक्टूबर में जब ट्रंप को कोरोना हुआ था तब उन्हें यह दवा दी गई थी।