शिमला। नशीली दवाओं की बिक्री लगातार बढ़ती ही जा रही है। अब तो कुछ दवा विक्रेता भी बिना किसी पर्ची के धड़ल्ले से नशीली दवा बेचते हुए नजर आ रहें है। जिसको लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है। और एक साथ कई दवा विक्रेताओं पर कठोर कार्रवाई की गयी है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में अब विशेष श्रेणी की दवाइयां खतरा पैदा कर रही हैं। डाक्टरों की पर्ची के बिना ही कैमिस्ट नशीली दवाइयों को बेच रहे हैं। इससे ज्यादा संख्या में युवा का भविष्य खतरे में पड़ रहा है।

दरअसल पर्ची के बगैर विशेष श्रेणी की दवाएं बेचने पर सोलन व सिरमौर में सात दवा विक्रेताओं को नोटिस जारी किए गए हैं। बताया जा रहा है कि दवा विक्रेताओं ने लोगों को विशेष श्रेणी की दवाइयां, जिन्हें नशीली दवाइयों में गिना जाता है, धड़ल्ले से बेचा है। प्रदेश सरकार के निर्देशों पर हैल्थ सेफ्टी एंड रेगुलेशन डिपार्टमेंट और पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर प्रदेश में विशेष श्रेणियों की दवा बेचने पर संबंधित दवाओं की छापेमारी कर रही है। राज्य में बड़े लेवल पर यह अभियान चलाया गया है, जिसके तहत अभी तक जिला शिमला और सिरमौर में बड़े स्तर पर कार्रवाई हुई है।

जानकारी के मुताबिक छापेमारी अभियान में दवा विक्रेताओं को नोटिस जारी किए गए हैं, जिन्होंने नियम के विरुद्ध अपना काम किया है। हैल्थ सेफ्टी एंड रेगुलेशन डिपार्टमेंट और पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए लापरवाही करने वाले दवा विक्रेताओं को नोटिस दिए हैं। प्रशासन ने साफ किया है कि इन दवाओं को नियम के साथ ही बेचा जाना चाहिए। जानकारी के अनुसार जिन विक्रेताओं पर कार्रवाई की गई है, उनका रिकार्ड सही नहीं पाया गया है। इसमें खासतौर पर दूकानदारों ने नारकोटिक ड्रग का रिकार्ड नहीं रखा है।

इस अभियान के तहत यह भी सामने आ रहा है कि अब काफी सुधार इसे लेकर देखा जा रहा है, जिसमें काफी दवा विक्रेता अब अपना रिकार्ड सही तरीके से रखते हैं। दवा निरीक्षक सुरेश चौहान ने बताया कि नशीले पदार्थों और मनोदैहिक पदार्थों की बिक्री खरीद के अनुपालन के लिए एसएनसीसी फील्ड यूनिट रेंज शिमला के अधिकार क्षेत्र में स्थित बिक्री और दवा इकाई का व्यापक निरीक्षण कर रहे हैं। अभी तक जिला शिमला और जिला सिरमौर में 17 बिक्री इकाइयों का निरीक्षण किया है, जिनमें से सात फर्मों ने दवाओं और सौंदर्य प्रसाधनों के प्रावधानों का पालन नहीं किया है और विस्तृत रिपोर्ट पहले ही प्राप्त की जा चुकी है।

लापरवाही करने वाले दवा विक्रेताओं की डिटेल ड्रग लाइसेंसिंग अथॉरिटी को कार्रवाई के लिए भेज दी है। बताया जा रहा है कि जिला शिमला, सोलन, किन्नौर में औचक निरीक्षण कर सूचना इक_ी की जा रही है। बता दें कि नशे पर रोक लगाने के लिए अब हिमाचल में पहली बार पुलिस व हैल्थ सेफ्टी डिपार्टमेंट से अधिकारी छापे पर जा रहे हैं। इसका सीधा मकसद यही है कि ड्रग इंस्पेक्टर मौके पर ड्रग संबंधित दवाइयों की अवैध बिक्री को रोक सके।