जौनपुर : पिछले दिनों एक दवा की दुकान पर छापेमारी के दौरान लाखों रूपये की सरकारी दवा बरामद की गई थी। इस छापेमारी में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हिमाशुं नागपाल द्वारा थोक दवा व्यवसायी और दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसके साथ ही दुकान को सील कर दिया गया था।
पकड़ी गईं दवाओं की कीमत 12 लाख रुपए के आसपास है। भारी मात्रा में एक्सपायरी दवाएं भी पकड़ी गईं। आशंका है कि सभी दवाइयां जिला हॉस्पिटल से निर्गत की गई हैं। हालांकि मामले की जांच होगी।
छापेमारी के दौरान यह भी पता चला की मेडिकल स्टोर पर मिलने वाली अधिकतर दवाएं जुलाई महीने में एक्सपायर होने वाली थी। दुकान के अंदर से भारी मात्रा में नार्कोटिक्स ड्रग्स की दस हजार टैबलेट, कैप्सूल, इंजेक्शन और यूपी सरकार की ‘नॉट फोर सेल’ लिखी दवाओं के सैकड़ों कैप्सूल बरामद किए गए।
उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टर चंद्रेश चतुर्वेदी को इसकी सूचना दी तथा मौके पर पहुंचकर मेडिकल स्टोर को सील करने का आदेश दिया। मौके पर पहुंचे ड्रग इंस्पेक्टर चंद्रेश चतुर्वेदी दवाइयों की जांच के सैंपल लिए।
इस मामले में अभी सिर्फ आईपीसी की धारा के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। औषधि निरीक्षक चंद्रेश द्विवेदी द्वारा बताया गया है कि विवेचना पूरी होने के बाद इसमें और गंभीर धाराएं जुड़ सकती हैं। मामले की जांच की जा रही है।