यूपी के ज्ञानपुर में आयुर्वेद और यूनानी पद्धति से पंजीकरण कराकर कई डॉक्टर एलोपैथिक की दुकान चला रहे हैं। ऐसे क्लीनिक पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।
स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार गंभीर ने तमाम सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। इसके बावजूद भी मरीजों की जान के साथ झोलाछाप डॉक्टर खिलवाड़ कर रहे हैं।
आपको बता दें कि एलोपैथ का मानक पूरा न करने पर कुछ संचालक यूनानी और आयुर्वेदिक पद्धति के नाम पर पंजीकरण कराए हुए हैं। जिसके बाद वह क्लीनिक व नर्सिंग होम को धड़ल्ले से चला रहे हैं।
ऐसे क्लीनिक व नर्सिंग होम की संख्या गांव में ज्यादा देखने को मिल रही है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार जिले में एलोपैथ की कुल 133 क्लीनिक पंजीकृत है। इसमें महज 96 नर्सिंग होम है। वहीं क्षेत्रीय आयुर्वेदिक और यूनानी पद्धति कार्यालय में 350 से अधिक नर्सिंग होम का पंजीकरण किया गया है।
लेकिन यह नर्सिंग होम एलोपैथ की प्रैक्टिस कर रहे हैं। इस बारे में सीएमओ डॉक्टर संतोष कुमार चक ने कहा कि आयुर्वेद यूनानी से पंजीकरण कराने वाले क्लिनीक की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।