नई दिल्ली : इन दिनों चीन में कोरोना से हालत काफी बिगड़े हुए हैं। वहां की स्थिति काफी चिंताजनक बनी हुई है। चीन की स्थिति को देखते हुए दुनिया की सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अदार पूनावाला ने कहा कि चीन को कोवोवैक्स जैसी एक बेहतर कोविड 19 बूस्टर वैक्सीन की जरूरत है। लेकिन अभी तक चीन की ओर से कोई पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं आया है।

अदार पूनावाला ने कहा कि कोवोवैक्स ओमिक्रॉन वेरिएंट से लड़ने के लिए एक बहुत ही बेहतर वैक्सीन है। हमारे पास इसके लिए बहुत सारे आंकड़े और वैश्विक परीक्षण हैं। इसे अमेरिका और यूरोप में भी स्वीकृति मिल चुकी है। अभी तक कोवोवैक्स के अलावा किसी अन्य भारतीय वैक्सीन को अमेरिका और यूरोप में स्वीकृति नहीं मिली है। कोवोवैक्स के लिए चीन की ओर से हमें कोई पॉजिटिव रिस्पॉन्स प्राप्त नहीं हुआ है। अभी चीन के जो हालात बने हुए हैं उन्हें कोवोवैक्स जैसी ही अच्छे बूस्टर की जरुरत है। पूनावाला ने कहा कि चीन को अब वैक्सीन के आयात पर गंभीरता से सोचना चाहिए, कम से कम बूस्टर पर तो विचार किया ही जा सकता है। उन्होंने कहा कि चीन को ऐसी वैक्सीन लेनी चाहिए जिसका प्रभाव साबित हो चुका हो।

बता दें कि चीन में बीते साल से ही कोरोना तेजी से फैल रहा है।  भारतीय स्वास्थ्य विषेशज्ञ ने कहा कि यह वायरसों का कॉकटेल है। बीते साल केंद्र सरकार के कोविड पैनल के प्रमुख एनके अरोड़ा ने कहा था कि चीन में लोग अभी वायरस से संक्रमित नहीं हुए थे और जो वैक्सीन उन्हें लगाई गई वह उतनी प्रभावी नहीं है। जबकि अधिक से अधिक लोगों को तीन से चार खुराकें लग चुकी हैं। लेकिन इसके बावजूद वहां कोरोना  का प्रसार कम नहीं हो रहा है। ऐसे में अदार पूनावाला का कहना है कि चीन को राजनीतिक मतभेदों और मुद्दों को पीछे रखते हुए कुछ पश्चिमी वैक्सीनों को बूस्टर के तौर पर इस्तेमाल करना चाहिए।

गौरतलब है कि कोवोवैक्स सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के द्वारा बनाई गई कोविड बूस्टर वैक्सीन है। इस वैक्सीन को वो तमाम लोग लगवा सकते हैं जो कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दोनों प्रारंभिक खुराक ले चुके हैं। जल्द ही कोविड पोर्टल पर कोवोवैक्स को व्यस्कों के लिए बूस्टर वैक्सीन के तौर पर शामिल किया जा सकता है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर कोविन पोर्टल पर अपनी वैक्सीन कोवोवैक्स को शामिल करने की मांग की है।