Uzbekistan Cough Syrup Deaths: बीते साल उज्बेकिस्तान में कफ सिरप से हुई 18 बच्चों की कथित मौत के मामले में नोएडा में स्थित फार्मा कंपनी (Uzbekistan Cough Syrup Deaths) के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। मैरियन बायोटेक के दो निदेशकों सहित पांच अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद ये गिरफ्तारियां की गईं हैं।  भारत के सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन (CDSCO) के ड्रग इंस्पेक्टर के द्वारा शिकायत की गई थी जिसके बाद ये गिरफ्तारियां हुईं।

पुलिस ने मामले पर कहा (Uzbekistan Cough Syrup Deaths)

इस मामले पर पुलिस आयुक्त कार्यालय ने जानकारी दी कि गाजियाबाद के ड्रग इंस्पेक्टर आशीष ने थाना फेस -3 में बीती गुरुवार की रात को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया है कि सेक्टर 67 स्थित एक दवा बनाने की कंपनी में निर्मित कफ सिरप मानकों के ऊपर खरा नहीं उतरा।  इस मामले में कंपनी की डायरेक्टर जया जैन, सचिन जैन, ऑपरेशन हेड तुहीन भट्टाचार्य, मैन्युफैक्चरिंग केमिस्ट अतुल रावल और मूल सिंह आदि के खिलाफ धारा 274, 275, 276 ,औषधि प्रसाधन सामग्री अधिनियम 17,17ए,17 -बी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।

पुलिस ने नोएडा में मैरियन बायोटेक फार्मा कंपनी के तुहीन भट्टाचार्य, अतुल रावत और मूल सिंह को गिरफ्तार किया है। जबकि कंपनी के मालिक मौके से फरार है पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।

कफ सिरप में पाए गए थे ये तत्व 

उज्बेकिस्तान गणराज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पाया कि दोनों उत्पादों में अस्वीकार्य मात्रा में डायथिलीन ग्लाइकॉल और एथिलीन ग्लाइकॉल प्रदूषक के रूप में पाए गए हैं। वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने कहा कि डायथिलीन ग्लाइकॉल और एथिलीन ग्लाइकॉल का सेवन करने पर किसी भी इंसान के लिए जहरीला होता है और घातक साबित हो सकता है।

ICMR की चेतावनी भारत में बढ़ेगा कैंसर का प्रकोप

https://medicarenews.in/news/35807

WHO ने जारी किया था अलर्ट 

WHO ने भी उत्तर प्रदेश के नोएडा में मैरियन बायोटेक द्वारा निर्मित एंब्रोनोल और डॉक-1 मैक्स सिरप को लेकर एक अलर्ट जारी किया था। आज तक दवा निर्माता कंपनी WHO को अपनी दवा की गुणवत्ता का प्रमाण नहीं दे पाए हैं।