Mansukh Mandaviya: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) को नकली दवा निर्माताओं के खिलाफ कार्रवाही करने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि दवाओं की गुणवत्ता के साथ कोई खिलवाड़ सहन नहीं किया जायेगा। मनसुख मांडविया ने छोटे उद्योग क्षेत्र की दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में कहा कि दवा कंपनियों को स्व नियमन पर जोर देना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एमएसएमई फार्मा कंपनियों के लिए दवाओं की गुणवत्ता के प्रति सतर्क रहना और स्व-विनियमन से अच्छी विनिर्माण प्रक्रियाओं की ओर तेजी से आगे बढ़ना आवश्यक है।
फार्मास्युटिकल क्षेत्र में हमारी वैश्विक स्थिति हमारे उत्पादों की गुणवत्ता के माध्यम से बनती है : Mansukh Mandaviya
स्वास्थ्य मंत्री ने भारत के लिए ‘विश्व की फार्मेसी’ का दर्जा बनाए रखने पर जोर देते हुए कहा कि फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भारत की वैश्विक स्थिति उत्पादों की गुणवत्ता से बनी है। ऐसे में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि फार्मा कंपनियों पर अनुसूची एम को अनिवार्य बनाया जाएगा। इससे गुणवत्ता सुनिश्चित करने में सहायता मिलेगी और अनुपालन बोझ भी कम होगा। मांडविया ने भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को नकली दवा बनाने वाली सभी दवा निर्माता कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने जोर दिया कि भारत में निर्मित दवाओं की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
137 फर्मों का निरीक्षण किया गया और 105 फर्मों के खिलाफ कार्रवाई
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि 137 फर्मों का निरीक्षण किया गया और 105 फर्मों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 31 फर्मों में उत्पादन बंद कर दिया गया है और 50 फर्मों के खिलाफ ‘उत्पाद/अनुभाग लाइसेंस रद्द करने और निलंबन’ जारी किए गए हैं। इसके अलावा 73 फर्मों को कारण बताओ नोटिस और 21 फर्मों को चेतावनी पत्र जारी किया गया है।
ये भी पढ़ें- पंजाब के अबोहर में मेडिकल स्टोर्स पर पड़ी रेड