छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में ऐसे रैकेट का खुलासा किया है जहां दवाइयों का प्रयोग नशे के रुप में किया जा रहा था। इस मामले में पुलिस ने अलग-अलग जगह छापेमारी कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से पुलिस ने पांच लाख रुपये की दवा और 1.50 लाख रुपये भी जब्त किए हैं। बड़ी बात यह है कि पांच आरोपियों में से दो आरोपी दवा की दुकान में काम करते थे। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों के खिलाफ नारकोटिक एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

एएसपी पंकज पटेल ने जानकारी दी कि  पहला  मामला बेमेतरा के नवागढ़ थाना क्षेत्र का है। यहां पर छापेमारी कर आरोपी नवीन गंधर्व के पास से 3000 टेबलेट जब्त की, बाजार में इसकी कीमत 11 हजार 100 रुपये बताई जा रही है। आरोपी ने पुलिस को नवागढ़ के महेन्द्र सोनकर से दवा खरीदने की जानकारी दी। पुलिस ने महेन्द्र सोनकर के पास से 3600 टेबलेट, कीमत 13 हजार 320 रुपये को जब्त किया। इन दोनों से पूछताछ करने पर रतनपुर जिला बिलासपुर के यशवंत सिंह राजपूत के पास से दवा खरीदने की बात पता चली। पुलिस ने रतनपुर में छापेमारी कर आरोपी यशवंत सिंह राजपूत के पास से 36 हजार प्रतिबंधित नशीली दवाई, कीमत एक लाख 33 हजार 200 और नकद एक लाख 42 हजार 500 रुपये जब्त किए।

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दूसरे आरोपी ने  मनोज यादव के पास से दवा खरीदने की बात कही। पुलिस ने बिलासपुर में छापामार कार्रवाई करते हुए मनोज यादव के पास से दो लाख 66 हजार 400 रुपये की दवा जब्त की है। छानबीन करने पर सामने आया कि  यशवंत सिंह राजपूत और बिलासपुर निवासी मनोज यादव मेडिकल दुकान के कर्मचारी हैं। वहीं दूसरे प्रकरण में नांदघाट थाना क्षेत्र अंतर्गत पुलिस ने आरोपी धनीराम गेंदले पिता स्वं. श्यामलाल गेंदले उम्र 59 साल निवासी ग्राम चक्रवाय के कब्जे से 80 की संख्या में नशीली दवा जब्त की है।