हैदराबाद। एनेस्थेटिस्ट के घर से ड्रग रैकेट चलाए जाने के मामले का भंडाफोड़ हुआ है। यह कार्रवाई तेलंगाना राज्य एंटी नारकोटिक्स ब्यूरो (टीएसएनएबी) के अधिकारियों ने की है। बताया गया है कि आसिफनगर में बने एक मकान से गुप्त रूप से ड्रग रैकेट चलाया जा रहा था। जांच करने पर पता चला कि यह मकान किसी एनेस्थेटिस्ट का है। इस पेशे से जुड़े होने के कारण वह नशे का अवैध कारोबार चला रहा था।
57 फेंटेनल साइट्रेट इंजेक्शन की शीशियाँ बरामद
टीएसएनएबी के अधिकारियों ने मौके से कुल 57 फेंटेनल साइट्रेट इंजेक्शन की शीशियाँ बरामद की हैं। इनके अलावा, 6 लाख रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं। आरोपी एनेस्थेटिस्ट की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह यहां एनेस्थेटिस्ट के रूप में भी काम करती थी।
गौरतलब है कि फेंटेनल एक सिंथेटिक ड्रग है। यह हेरोइन से 50 गुना और मॉर्फिन से 100 गुना ज्यादा ताकतवर है। यह उन रोगियों को प्रदान किया जाता है जो सर्जरी के दौरान या उसके बाद तीव्र दर्द से पीडि़त होते हैं। इसकी खतरनाक प्रकृति को देखते हुए इस दवा की व्यावसायिक मात्रा मात्र 0.1 ग्राम है।
पार्सल के जरिए सप्लाई की जाती थी दवा
जांच टीम ने बताया कि प्राथमिक रूप में संदिग्ध डॉ. अहसान मुस्तफा खान ने जिस निजी अस्पताल में काम किया था, उससे जुड़ी फार्मेसी से अनुचित तरीके से निर्धारित दवा वापस ले ली थी। इस जानकारी के आधार पर टीएसएनएबी के अधिकारियों ने उस पर कड़ी निगरानी रखी। इस डॉक्टर के घर पर नियमित निगरानी से पता चला कि हर शाम, एक डिलीवरी एक्जीक्यूटिव उनकी पत्नी लुबना नजीब खान से एक पार्सल एकत्र करता था। वह इसे साइबराबाद के एक घर में पहुंचाता था। अधिकारियों के अनुसार हर दिन ऐसा होना नशे की लत की ओर इशारा करता है।
आरोपी के मकान पर छापा मारा
अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन की योजना के दौरान मुस्तफा खान कुवैत के लिए रवाना हो गए। अधिकारियों ने उसके लौटने का इंतजार नहीं किया और तुरंत उसके घर पर छापा मार दिया। पार्सल डिलीवरी एजेंट ने पुलिस को बताया कि नशेड़ी पीडि़त को चार शीशियां पहुंचाई थीं। इसके लिए उसने पोर्टर ऐप के जरिए मुस्तफा खान को 17,500 रुपये का भुगतान किया था। इस खुलासे के बाद टीम ने आरोपी के घर पर छापा मारा और इंजेक्शन की शीशियाँ और नकदी को जब्त कर लिया।
इंजेक्शन लगाने वाला व्यक्ति दबोचा
टीएसएनएबी के अधिकारियों का कहना है कि आरोपी डॉक्टर की पत्नी को हिरासत में ले लिया है। हम यह पता लगाने के लिए मुख्य आरोपी डॉ. मुस्तफा के कुवैत से लौटने का इंतजार कर रहे हैं कि वह और कितने लोगों को दवा की सप्लाई कर रहा है। उन्होंने बताया कि ड्रग कंट्रोलर विभाग के अधिकारियों के साथ अस्पताल में इन्वेंट्री की जांच भी की जाएगी। फिलहाल, पुलिस ने इंजेक्शन लगाने वाले शख्स को भी गिरफ्तार कर लिया है।