अयोध्या। लाइसेंस का नवीनीकरण करवाए बिना अस्पताल को संचालित किया जा रहा था। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले के सोहावल में रौनाही पड़ाव के पास स्थित नवजीवन अस्पताल को सील कर दिया है। अस्पताल में जांच के दौरान काफी मात्रा में एक्सपायर्ड दवाएं भी पाई गई हैं। इन दवाओं के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं।
यह है मामला
सोहावल के मुबारकगंज निवासी संजय कुमार ने पथरी के इलाज के लिए नवजीवन अस्पताल में एक्सपायर्ड दवाएं देने का आरोप लगाया था। मामला सुर्खियों में आया तो बुधवार को एसडीएम अशोक कुमार सोनी ने एसीएमओ डॉ. डीके शर्मा, जिला यूनानी अधिकारी डॉ. विष्णु शर्मा व औषधि निरीक्षक सुमित वर्मा के साथ नर्सिंग होम में जांच की।
जांच में पता चला कि अस्पताल वर्ष 2020 तक स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत था। उसके बाद से लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं करवाया गया है। निरीक्षण के दौरान मौके से काफी मात्रा में एक्सपायर्ड आयुर्वेदिक दवाएं व कुछ एलोपैथिक दवाएं भी मिलीं। अस्पताल में बगैर लाइसेंस के ही दवाइयां बेची जा रही थी।
अधिकारियों ने शिकायतकर्ता संजय कुमार को भी मौके पर बुलाकर बयान दर्ज किया। इस दौरान संजय कुमार ने बताया कि अस्पताल संचालक ने समझौते के लिए दबाव बनाया। वहीं, एसीएमओ डॉ. डीके शर्मा ने अस्पताल प्रबंधक को अस्पताल से संबंधित सभी कागजात 10 दिन के भीतर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। एसडीएम अशोक कुमार सोनी ने बताया कि शिकायतकर्ता को दी गई 1200 रुपये की दवा वापस कराई गई हैं। अस्पताल को सील कर मामले की जांच की जा रही है।