नई दिल्ली। डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने तंबाकू छोडऩे को लेकर कुछ दवाइयों को असरदार बताया है। इस बारे में डब्ल्यूएचओ की ओर से पहली बार गाइडलाइन जारी की गई है। गौरतलब है कि दुनियाभर में 1.25 बिलियन लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। हालांकि, इनमें से करीब 750 मिलयन लोग ऐसे भी हैं जो इस लत को छोडऩा चाहते हैं, लेकिन सफल नहीं हो पाते हैं।
ये दवाएं की जाती हैं इस्तेमाल
डब्ल्यूएचओ ने तंबाकू छोडऩे के लिए वेरेनिकलाइन, निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरेपी, बुप्रोपियन और साइटोसिन को काफी असरदार बताया है। वेरेनिकलाइन एक टैबलेट है जिसमें निकोटिन नहीं होता है। इस दवा का इस्तेमाल तंबाकू छोडऩे के लिए किया जाता है और यह अन्य दवाओं से अलग तरीके से काम करती है।
इसके अलावा, साइटोसिन दवा का इस्तेमाल भी एंटी टोबैको दवा के रूप में किया जाता है। अध्ययनों में पता चला है कि इस प्लांट बेस्ट कंपाउंड का इस्तेमाल करने से स्मोकिंग छूटने की संभावना दोगुनी हो जाती है। यूरोप में इसे काफी लंबे समय से इस्तेमाल किया जा रहा है।
वहीं, बुप्रोपियन एक एंटीडिप्रेसेंट दवा है। इसे निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी में इस्तेमाल किया जाता है। डब्ल्यूएचओ ने अब इन तीन दवाओं को निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी में इस्तेमाल करने की गाइडलाइन जारी की है। ये तंबाकू की लत को छुड़ाने में तेजी से असर दिखाती है।