दुर्ग (छत्तीसगढ़)। स्वास्थ्य विभाग ने छापेमारी कर चार अस्पतालों को सील कर दिया है। रेड के दौरान इन अस्पतालों में कई अनियमितता और दस्तावेजों में कमियां मिलने पर यह कार्रवई की गई।

यह है मामला

स्वास्थ्य विभाग टीम ने जिले के कई अस्पतालों में निरीक्षण किया। इस दौरान चार अस्पतालों में कई कमियां मिली। इनमें तीन अस्पताल बिना नर्सिंग होम एक्ट लाइसेंस के चल रहे थे। इसके अलावा एक अस्पताल के पास पर्यावरण की परमिशन नहीं मिली। नियमों का पालन नहीं मिलने पर सभी को नोटिस जारी किया है और उनसे जवाब मांगा गया है।

इन अस्पतालों पर की रेड

टीम ने दुर्ग जिले के ओम क्लीनिक पोटिया कला दुर्ग, केयर हॉस्पिटल कोहका रोड भिलाई, जैमिनी हॉस्पिटल पोटिया चौक आदर्श नगर दुर्ग, भाटिया डेंटल हॉस्पिटल, ओम हॉस्पिटल मानवीय नगर दुर्ग और पैथोलॉजी लैब जीई रोड दुर्ग में रेड की। इन अस्पतालों के बारे में लगातार शिकायतें मिल रही थी।
नोडल अधिकारी डॉ. अनिल शुक्ला ने बताया कि शिकायत मिलने पर निरीक्षण किया गया। यहां नर्सिंग होम एक्ट के प्रावधानों और नियमों की अनदेखी कर उल्लंघन किया जा रहा था। इन सभी अस्पतालों और क्लीनिकों को नर्सिंग होम एक्ट के तहत नोटिस भेजा है। इसके साथ ही तत्काल बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।

अस्पताल बंद करने के निर्देश

हेल्थ विभाग की टीम ने ओम क्लीनिक और भाटिया डेंटल हॉस्पिटल, पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण किया। इस दौरान पाया कि बिना नर्सिंग होम एक्ट लाइसेंस के ये हॉस्पिटल्स चल रहे हैं। जांच के दौरान टीम ने अस्पताल प्रबंधन से लाइसेंस और अन्य कागजों की मांग की तो वे नहीं दे सके। इस तरह दोनों अस्पताल को बंद करने के निर्देश दिए गए।

महिला वार्ड में पुरुष मरीज भर्ती

पोटिया चौक आदर्शनगर दुर्ग स्थित जैमिनी हॉस्पिटल में महिला वार्ड में पुरुष मरीज को भर्ती पाया गया। यहां पर आयुष्मान व अन्य सुविधाओं की पूर्ति भी अस्पताल नहीं कर पाया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम जब कोहका रोड स्थित केयर हॉस्पिटल गई तो यहां मरीजों को वार्ड तक लाने ले जाने के लिए रैंप ही नहीं था। इस बारे में अस्पताल प्रशासन कोई उचित जवाब नहीं दे पाया। अस्पताल से जुड़े दस्तावेजों की जांच में पर्यावरण की इजाजत ही नहीं ली गई थी और निर्धारित शैक्षणिक योग्यता वाली स्टाफ नर्स भी कार्यरत नहीं थीं।