हैदराबाद। आरएमपी डाक्टर की दवा से एक गर्भवती महिला का गर्भाशय फट जाने का मामला प्रकाश में आया है। जानकारी अनुसार मुलुगु जिले की एक चार महीने की गर्भवती महिला ने स्थानीय आरएमपी से कथित तौर पर गर्भपात की गोलियां ली। इनके सेवन बाद वह गंभीर रूप से बीमार पड़ गई और उसका गर्भाशय निकाल देना पड़ा। फिलहाल उसका इलाज वारंगल के एमजीएम अस्पताल में चल रहा है।
टीजीएमसी अधिकारियों के अनुसार मंगापेट निवासी आरएमपी रामू ने महिला मरीज को अवैध रूप से गर्भपात की गोलियां दी थी। इसके बाद महिला को अत्यधिक रक्तस्राव का अनुभव हुआ तो उसे एमजीएम रेफर किया गया। रोगी का गर्भाशय फट गया था और उसका खून जहरीला हो गया। इसके लिए आपातकालीन सर्जरी करनी पड़ी। उसके फेफड़े और गुर्दे प्रभावित हुए हैं।
गौरतलब है कि नियमानुसार गर्भधारण को समाप्त करने की दवा छह से आठ सप्ताह तक दी जा सकती है। इसके बावजूद कई अयोग्य चिकित्सक इस अवधि के बाद गर्भवती महिलाओं को गर्भपात की दवाएं लिख रहे हैं। इसका खामियाजा महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है।