चंबा (हिमाचल प्रदेश)। नशीली दवा की बिक्री को लेकर 19 मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी की गई है। यह कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग, सीईडी और पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से की। तीन दिन तक इस अभियान में 30 हजार दवाओं की खरीद और बिक्री से जुड़े बिल जब्त किए हैं।
यह है मामला
दवा निरीक्षकों की टीम, सीआईडी, एंटी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स (एएनटीएफ) और स्थानीय पुलिस ने मिलकर 15 मेडिकल दुकानों और तीन सरकारी अस्पतालों की मेडिकल स्टोरों पर रेड की। इस दौरान आदत बनाने वाली नशीली दवाओं और नशे में इस्तेमाल होने वाली दवाओं का भारी स्टॉक फ्रीज किया गया।
टीम ने 19 मेडिकल स्टोरों से करीब 30 हजार खरीद और बिक्री बिल, शेड्यूल रजिस्टर समेत अन्य रिकॉर्ड कब्जे में लिया है। अब टीम रिकॉर्ड की जांच में जुटी है। पिछले 18 महीनों में चंबा जिले में लगभग दो लाख गोलियां बिना उचित रिकॉर्ड के बेची गई हैं। इनका सत्यापन किया जा रहा है। छापेमारी में कुछ संदिग्ध पर्चियां भी बरामद हुईं। 10 से अधिक मेडिकल स्टोरों को शेष रिकॉर्ड प्रस्तुत करने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं और रिकॉर्ड जमा नहीं करकाने वाले स्टोर संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
राज्य दवा नियंत्रक निशांत सरीन ने बताया कि टीम ने आदत बनाने वाली दवाओं की कुछ दोबारा लिखी पर्चियां बरामद की थीं। जो संदिग्ध पाई गईं और ऐसे रिकॉर्ड की भी टीम जांच कर रही है। संयुक्त छापेमारी से मेडिकल संचालकों में हडक़ंप मच गया है।