लखनऊ (यूपी)। ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। एसटीएफ व खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर 39 लाख रुपये के ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन जब्त किए। टीम ने दो तस्करों को अरेस्ट किया है। ठाकुरगंज थाने में गिरोह के दोनों सदस्यों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। आरोपी इंजेक्शन में फिनाइल मिलाकर अवैध धंधा कर रहे थे।
यह है मामला
एसटीएफ को कई दिनों से बिहार से अवैध रूप में ऑक्सीटोसीन इन्जेक्शन की तस्करी की सूचनाएं मिल रही थीं। पता चला कि कुछ लोग गिरोह बनाकर बिहार से भारी मात्रा में ऑक्सीटोसीन इन्जेक्शन मंगाकर लखनऊ एवं आस-पास के जिलों में इसकी अवैध सप्लाई करते हैं। एसटीएफ अफसरों का कहना है कि गिरोह आक्सीटोसीन इन्जेक्शन में फिनाइल का इस्तेमाल करता था। यह जनवरों सहित व इंसानों की सेहत के लिए भी बहुत घातक है। गिरोह के कुछ सदस्य ठाकुरगंज स्थित बालागंज के आदर्श नगर बरौरा हुसैन बाड़ी के एक मकान में मिलावटी दवा शीशियों में भरते थे।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि एक गिरोह लखनऊ एवं आस-पास के जिलों में अवैध रूप से ऑक्सीजन इन्जेक्शन की सप्लाई करता है। यह लोग दिल्ली से हाई डेनिसिटी के ऑक्सीटोसीन इन्जेक्शन पार्सल के माध्यम से किसी मिनरल वाटर बताकर मंगाते हंै। जिसे आवश्यकतानुसार अपने हिसाब से अलग-अलग आकार के एम्पुल में पैक करके उसकी सप्लाई करते हैं। इस इन्जेक्शन का इस्तेमाल पशुओं के दुध निकालने, सब्जियों एवं फलों को कम समय में अधिक विकसित करने के लिए किया जाता है।
अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध रूप में ऑक्सीटोसिन इन्जेक्शन की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के नाम बालागंज आदर्श नगर बरौरा हुसैन बाड़ी निवासी शहजाद व फातिमा मस्जिद निवासी इमरान हैं। इनके पास से 221960 एमएल ऑक्सीटोसिन बरामद किया गया है। इसकी कीमत रुपए 3955327 बताई गई है।