मुंबई। चिकनगुनिया वैक्सीन भारतीय बाजार में उतारने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने कवायद शुरू कर दी है। सीरम ने चिकनगुनिया वैक्सीन के निर्माण और बिक्री के लिए फ्रांसीसी विशेष वैक्सीन कंपनी वलनेवा एसई के साथ एक विशेष लाइसेंस समझौता किया है।

बता दें कि वलनेवा की चिकनगुनिया वैक्सीन दुनिया की पहली और एकमात्र लाइसेंस प्राप्त वैक्सीन है। यह वर्तमान में वयस्कों के लिए अमेरिका, यूरोप और कनाडा में स्वीकृत है। इसे 12 साल तक के बच्चों तक विस्तारित करने के लिए नियामक समीक्षा चल रही है। गौरतलब है कि चिकनगुनिया वायरस एक मच्छरजनित वायरल बीमारी है। इसके कारण बुखार, जोड़ों और मांसपेशियों में गंभीर दर्द, सिरदर्द, मतली, थकान और दाने होते हैं। जोड़ों का दर्द अक्सर दुर्बल करने वाला होता है और हफ्तों से लेकर सालों तक बना रह सकता है।

स्थानीय नियामकों से मंजूरी मिलने के बाद दोनों कंपनियां भारतीय बाजार और कुछ एशियाई देशों में वैक्सीन लाने का काम करेंगी। दोनों कंपनियां मौजूदा दवा उत्पाद निर्माण प्रक्रिया का प्रौद्योगिकी हस्तांतरण करेंगी। वलनेवा अपने चिकनगुनिया वैक्सीन दवा पदार्थ की आपूर्ति एसआईआई को करेगी, जो विनिर्माण पूरा करेगी और भारत और अन्य एशियाई देशों में वैक्सीन की नियामक मंजूरी प्राप्त करने और बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होगी।