राजगढ़ (मध्य प्रदेश)। रजिस्ट्रेशन से पहले ही अस्पताल के संचालन का भंडाफोड़ हुआ है। बता दें कि राज्यमंत्री नारायण सिंह पंवार ने 6 जनवरी को अपने विधानसभा क्षेत्र में एक नवीन निजी अस्पताल का शुभारम्भ किया था। इस अस्पताल में अब एक महिला मरीज की मौत होने के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया। सामने आया कि अस्पताल बगैर रजिस्ट्रेशन के ही संचालित किया जा रहा था। मामला उजागर होने पर अस्पताल को सील कर दिया गया है।

जानकारी के अनुसार बगैर रजिस्ट्रेशन के ब्यावरा शहर के मुल्तानपुरा में संचालित एक मल्टीस्पेशलिस्ट अस्पताल में पचोर क्षेत्र की महिला को भर्ती किया गया था। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इस पर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया और बाद में आपस में समझौता हो गया। बगैर रजिस्ट्रेशन के संचालित होने वाले इस अस्पताल को ब्यावरा सिविल अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर सौरीन दत्ता ने सीएमएचओ के निर्देश पर सील कर दिया गया है।

ऐसे हुआ भंडाफोड़

अस्पताल के डॉक्टर नीरज का कहना है कि महिला सीरियस कंडीशन में अस्पताल में लाई गई थी। उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मामला उजागर होने के बाद इसकी जांच करने पहुंचे ब्यावरा सिविल अस्पताल के डॉक्टर सौरीन दत्ता ने समस्त दस्तावेज और संबंधित डॉक्टर के बयान लेकर बगैर रजिस्ट्रेशन के संचालित होने वाले मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल को सील कर दिया। इस बारे में राजगढ़ जिला अस्पताल की सीएमएचओ डॉक्टर किरण वाडिया का कहना है कि संबंधित अस्पताल के रजिस्ट्रेशन के लिए अभी सिर्फ दस्तावेज आए हैं। रजिस्ट्रेशन हुआ नहीं है। जांच के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।