प्रतापगढ़। फर्जी डॉक्टर के क्लीनिक पर सरकारी दवाइयां मिलने का मामला प्रकाश में आया है। अवैध अस्पतालों की चेकिंग के दौरान सीएमओ कार्यालय की टीम ने यह कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान झोलाछाप के सहयोगियों ने टीम की कार्रवाई में बाधा डाली।

यह है मामला

सीएमओ टीम ने लीलापुर थानाक्षेत्र के अजगरा बाजार में स्थित एक क्लीनिक पर दबिश दी। टीम इंचार्ज डिप्टी सीएमओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि क्लीनिक पर खुद को डॉक्टर बताने वाले के पास डिग्री नहीं मिली। क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन भी नहीं मिला। हैरानी की बात यह थी कि सरकारी अस्पताल की मैट्रोजिल आदि दवाओं के 15 डिब्बा भी बरामद हुए हैं। टीम जब कार्रवाई का वीडियो बनाने लगी तो झोलाछाप डॉक्टर ने अपने साथियों को बुला लिया और टीम से गाली गलौच की।

हालात बिगड़ते देख स्वास्थ्य विभाग की टीम लीलापुर थाना पहुंची और गलत तरीके से मरीजों का इलाज करने के साथ चोरी से सरकारी अस्पताल की दवा बेचने और सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाने की शिकायत दी। डिप्टी सीएमओ डॉ. राजेश ने बताया कि इस बात की भी जांच की जा रही है कि किस सरकारी अस्पताल से दवा क्लीनिक संचालक को मिली है। दवा देने वाले कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई होगी।