रायबरेली (उप्र)। मेडिकल स्टोर्स पर रेड कर 14 दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। यह कार्रवाई ड्रग इंस्पेक्टर शीवेंद्र प्रताप सिंह की टीम ने एम्स के गेट पर संचालित प्राइवेट मेडिकल स्टोरों के निरीक्षण के दौरान की। दुकानों में खामियां मिलने पर चार मेडिकल स्टोर संचालकों को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।
दवा दुकानों पर नहीं मिले फॉर्मासिस्ट
निरीक्षण के दौरान किसी भी दवा दुकान पर फॉर्मासिस्ट नहीं मिले। वहीं, चार दवाइयां संदिग्ध प्रतीत होने पर इनके सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। वहीं, 14 दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी है।
जानकारी अनुसार एम्स के सामने संचालित मां विंध्यवासिनी फॉर्मास्युटिकल्स में निरीक्षण के दौरान फार्मासिस्ट नहीं मिला। यहां दवाओं की बिक्री के रिकॉर्ड नहीं मिले और कैशमेमो भी नियमित नहीं काटा गया था। यहां से तीन संदिग्ध दवाओं के सैंपल लेकर चार दवाओं की बिक्री रोक दी। इसके अलावा, बालाजी सर्जिकल से एक दवा का सैंपल लेकर तीन दवाओं की बिक्री रोक दी।
यहां भी तमाम खामियां मिलने पर मेडिकल स्टोर संचालक को नोटिस दिया। वहीं, दुर्गेश मेडिकल एंड सर्जिकल की दुकान पर तीन संदिग्ध दवाओं की बिक्री रोकने के साथ ही संचालक को नोटिस देकर जवाब मांगा है। मलिकमऊ आइमा स्थित सुरेश फार्मा में तीन संदिग्ध दवाओं की बिक्री को प्रतिबंधित कर दिया। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि चार दवाओं के नमूना लेने के साथ ही 14 दवाओं की बिक्री रोकी गई है। चारों मेडिकल स्टोर संचालकों को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।