मथुरा (उप्र)। बच्चों में संक्रमण रोकने की दवा जांच में फेल मिली है। रिपोर्ट के आधार पर हरिद्वार स्थित दवा कंपनी पर मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। जांच औषधि निरीक्षक प्रेम पाठक ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) कोर्ट में मुकदमा दायर किया है।
यह है मामला
औषधि निरीक्षक ने करीब छह माह पूर्व शेरगढ़ स्थित बजरंग मेडिकल स्टोर से सेंट्रोफ्लोक्स एम संस्पेंशन का सैंपल लिया था। यह दवा हरिद्वार की जेनेका हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बनाई गई थी। मेडिकल स्टोर संचालक ने दवा खरीद के पक्के बिल भी औषधि निरीक्षक को उपलब्ध कराए थे।
लैब से जांच रिपोर्ट आई तो पता चला कि दवा में मेट्रिनिडाजोल दवा की मात्रा शून्य थी। रिपोर्ट के आधार पर औषधि निरीक्षक ने दवा कंपनी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। जवाब में दवा कंपनी ने यह स्वीकार किया कि दवा उनकी कंपनी द्वारा ही बनाई गई है।
हालांकि दवा में मेट्रिनिडाजोल की मात्रा शून्य होने की बात स्वीकार नहीं की। कंपनी ने दवा को सही ठहराते हुए जांच रिपोर्ट को चुनौती दी थी। इसके बाद दोबारा से उसी दवा की जांच प्रयोगशाला से कराई गई। इस बार भी जांच में दवा फेल हो गई। इसके बाद ही औषधि निरीक्षक प्रेम पाठक ने दवा कंपनी के विरुद्ध यायालय मथुरा में केस दायर किया है।