देहरादून। नकली दवाइयां बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। यह कार्रवाई एसटीएफ ने सहसपुर में डा. मित्तल लैबोरेट्रीज नामक फैक्टरी में की। मौके से आरोपी फैक्टरी मालिक दिल्ली निवासी देवी दयाल गुप्ता को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ आरोपित फैक्टरी मालिक की तलाश में कई दिनों से लगी थी। एसटीएफ ने एक जून को सेलाकुई क्षेत्र में छापा मारकर ब्रांडेंड दवा कंपनियों के 658 व शराब कंपनियों के 386 फर्जी रैपर, स्टीकर और क्यूआर कोड बरामद किए थे।

यह है मामला

एसटीएफ ने दवा बनाने से लेकर उसे पैककर बेचने वाले पूरे रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इन नकली दवाओं की बाहरी राज्यों में सप्लाई होती थी। इस पूरे मामले में अब तक चार आरोपित गिरफ्तार हुए, जिसमें से तीन पूर्व में गिरफ्तार हो चुके हैं। एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि शिकायत मिलने पर प्रतिष्ठित दवा कंपनियों (ग्लेनमार्क, एल्केम, डा. रेड्डी आदि) के दवा व सिरप के रैपर, नकली आउटर बाक्स, लेबल और क्यूआर कोड बरामद हुए थे। गिरफ्तार आरोपित की पहचान ग्राम हसुलानी, जिला छपरा (निवासी) संतोष कुमार के रूप में हुई थी। पुलिस ने आरोपित को राजा रोड बयांखाला स्थित एक मकान से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला कि ब्रांडेड कपंनियों के इन रैपर, स्टीकर व क्यूआरड कोड की छपाई आदित्य काला के प्रिंटिंग प्रेस में होती है।

पंचकुला (हरियाणा) निवासी विक्रेता नवीन बंसल इनमें नकली टैबलेट भरवाकर दवाईयां तैयार कराता है। वह इन्हें बाहरी राज्यों में सप्लाई करता है। एसटीएफ ने कड़ी से कड़ी जोडक़र मामले की गहनता से जांच की‡ आरोपित नवीन बंसल व आदित्य काला को गिरफ्तार किया। जानकारी मिली कि वह सहसपुर क्षेत्र स्थित एक फैक्टरी से दवाईयां लेते थे।