दुर्ग (छतीसगढ़)। नशीली दवा सप्लाई के मास्टर माइंड को मुंबई से अरेस्ट कर लिया है। मामला उस कार्रवाई से जुड़ा है, जिसमें जनवरी में 7200 नग नशीली दवा अल्प्राजोलम के साथ एक आरोपी को पकड़ा था। ताजा कार्रवाई में पुलिस ने आरोपी अंकित को ऑनलाइन भुगतान करने वाले मनीष कुमावत को दबोचा है। आरोपी से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन और बैंक पासबुक बरामद की हैं।

यह है मामला

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी। इस पर पप्पू होटल के सामने, मेन रोड ग्राम महमरा में घेराबंदी की। मौके से आरोपी अंकित सिंह राजपूत निवासी चिखली, राजनांदगांव को पकड़ा। उसकी एक्टिवा की डिक्की से प्रतिबंधित नशीली दवा अल्प्राजोलम की 7200 नग टैबलेट जब्त की थी। इसकी कीमत 17,828 रुपये आंकी गई थी। आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया था।

इस मामले में सप्लाई चैन का पता लगाने के लिए जांच की जा रही थी। पता चला कि अंकित को नशीली दवा की सप्लाई मुंबई स्थित कंपनी के कर्मचारी जय राठौर और मनीष कुमावत कर रहे थे। इस के बाद पुलिस ने न्यायालय से कंपनी के विरुद्ध सर्च वारंट प्राप्त किया। दुर्ग की टीम मुंबई पहुंची। तलाशी के दौरान कंपनी में प्रतिबंधित दवा का स्टॉक नहीं मिला। पता चला कि सप्लाई सीधे कर्मचारियों के जरिए की जा रही थी।

मनीष कुमावत को कंपनी से ही हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने कबूल किया कि अंकित सिंह राजपूत को दवा की सप्लाई जय राठौर करता था। भुगतान वह खुद गूगल पे के जरिए लेता था। बदले में जय राठौर मनीष को 2,000 बतौर कमीशन देता था। पुलिस ने मनीष कुमावत के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन और बैंक पासबुक जब्त की। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। वहीं, फरार आरोपी जय राठौर की तलाश जारी है।