हैदराबाद। 52.4 फीसदी हर्बल उत्पाद अमेरिकी फार्माकोपिया के मानकों के अनुरूप नहीं हैं। यह बात आईसीएमआर के एनआईएन अध्ययन में सामने आई है।
एनआईएन के इस अध्ययन में 170 हर्बल उत्पादों का विश्लेषण किया गया। इसमें पाया गया कि 52.4 फीसदी मानकों के अनुरूप नहीं थे। ठोस हर्बल फ़ॉर्मूलेशन में सबसे अधिक संदूषण स्तर दर्ज किया गया। 110 सैंपल में से 63.6 फीसदी एरोबिक जीवाणु सीमाओं से अधिक थे।
यह शोध साइंस डायरेक्ट के जर्नल ऑफ हर्बल मेडिसिन में प्रकाशित हुआ था। इस अध्ययन में हर्बल दवाओं में एस्चेरिचिया कोलाई, फेकल कोलीफॉर्म यीस्ट और फफूंद जैसे रोगजनक पाए गए। जोखिम मूल्यांकन में ठोस दवाओं को सर्वोच्च 75 अंक दिए गए। उसके बाद अर्ध-ठोस और तरल दवाओं को क्रमश: 72 और 70 अंक दिए गए। शोधकर्ताओं ने ग्रेटर हैदराबाद के पांच क्षेत्रों में हर्बल उत्पादों की पहचान करने के लिए बाजार सर्वेक्षण किया। खुदरा दुकानों से सैंपल लिए और उनका परीक्षण किया गया।