रायपुर : राज्य मे राजधानी सहित अन्य जिलों में तेजी से बढ़ रहे नशे की दवाओं की बिक्री के खिलाफ राज्य खाद्य एवं औषधि प्रशासन जल्द शिकंजा कसेगा। विभागीय सूत्रों की मानें तो राज्य में पिछले कुछ दिनों से नशे का करोबार तेजी से फल-फूल रहा हैं। औषधि प्रशासन के आला अधिकरी भी कई मौकों पर इसे स्वीकार चुके हैं। नशीली दवाविके्रताओं पर आने वाले दिनों में सख्त कार्रवाई की जाएगी।

राजधानी में मनोविकार, नींद न आना, तनाव व खांसी जैसी बीमारियों के लिए कारगर दवाएं असल मरीजों को भले ही न मिलें लेकिन नशाखोरों तक आसानी से पहुंच रही है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के दिशा-निर्देशों की वजह से असल मरीजों को उपरोक्तउल्लेखित बीमारियों की दवाओं को खरीदने के लिए अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ती है। प्राय: देखने में आया है कि किसी घटना या वारदात को अंजाम देने सेपूर्व अपराधी दवाओं का उपयोग नशे के रूप में करने लगे हैं। नशा करने वालों में नाबालिगों की संख्या में इजाफा भी चौंकाने वाला है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन नशीली दवाओं की आपूर्ति करने वाले दवा विके्रताओं पर नजर तो रखे हुए है लेकिन ठोस कार्रवाई से चूक जाता है। राज्य में ऐसे तमाम दवा विके्रता जिनके खिलाफ नशीली दवाओं की आपूर्ति और बिक्री को लेकर पूर्व अथवा वर्तमान में संलिप्तता की शिकायतें हैं, उन जिलों में औषधि प्रशाासन अब सख्ती बरतने की तैयारी कर रहा है।