होशियारपुर(पंजाब)। पंजाब राज्य फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने आतंकवाद प्रभावित क्षेत्र में ड्यूटी लगाने काविरोध जताया है। जिला होशियारपुर के प्रधान परमिंदर सिंह, जनरल सचिव इंदरजीत विरदी व वित्त सचिव रघुवीर सिंह ने इस बारे में एक बैठक आयोजित कर कहा कि सिविल सर्विसिस रूल्स की परवाह न करते हुए सेहत विभाग ने फार्मासिस्टों की ड्यूटियां श्री अमरनाथ यात्रा के मौके पर जम्मू कश्मीर में लगा दी हैं।
सिविल सर्जन होशियारपुर ने फार्मासिस्टों के नामों की लिस्ट में ड्यूटी पर भेजने वाले फार्मासिस्टों की सेहत, बिमारी उम्र या पद का कोई ध्यान नहीं रखा गया। ड्यूटी पर भेजने वाले फार्मासिस्टों को शर्तों और परिस्थितियों संबंधी भी अवगत नहीं करवाया गया। राज्य नेता बलराज सिंह ने बताया कि जिले में से 11 फार्मासिस्टों की ड्यूटियां लगभग 1 महीने कमिशन में लगने से जिला की सेहत सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित होंगी। जिला में मौजूदा समय में 101 फार्मासिस्टों में से सिर्फ 42 फार्मासिस्ट ही काम कर रहे हैं और अन्य पोस्टें खाली हैं।
सिविल सर्जन होशियारपुर ड्यूटी पर जाने के लिए 11 फार्मासिस्टों की पहली लिस्ट को अब तक 12 बार तब्दील करके डायरेक्टर दफ्तर को मंजूरी के लिए भेज चुकी हैं। उन्होंने कहा कि बार-बार ड्यूटी काट कर अन्य फार्मासिस्टों की ड्यूटी लगाना संदिग्ध है। उन्होंने कहा कि लगभग एक महीने के लिए आतंकवाद प्रभावित स्टेट में ड्यूटी पर जाने से केवल चार दिन पहले चीफ फार्मासिस्ट की ड्यूटी लगा दी गई है। उन्होंने सिविल सर्जन को चेतावनी दी कि ड्यूटी दौरान अगर किसी भी फार्मासिस्ट को किसी कारण कोई नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेदारी उनकी होगी। जत्थेबंदी ने ड्यूटी पर भेजे फार्मासिस्टों को टीए व डीए देने की मांग की है। इस मौके पर रघुवीर सिंह, जतिंदरपाल सिंह गोल्डी, मनजीत सिंह, रीटा रानी, विजय कुमार, वरिंदर सिंह, बलविंदर सिंह, मनजीत सिंह, गुरसेवक, निर्मल सिंह मौजूद थे।