नई दिल्ली। गरीबों को सालाना पांच लाख रुपए तक का मुफ्त और कैशलेस इलाज सुनिश्चित कराने के लिए सभी संबद्ध अस्पतालों में ‘आयुष्मान मित्र’ तैनात होंगे। इसके साथ ही लाभार्थियों की सही पहचान सुनिश्चित करने के लिए उन्हें नया ‘आयुष्मान कार्ड’ भी जारी किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में 80 फीसदी और शहरी इलाकों में 60 फीसदी गरीब परिवारों की पहचान का काम पुरा हो चुका है। आयुष्मान मित्र की जरूरत बताते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इससे लाभार्थियों को अस्पताल में इधर-उधर भटकना नहीं होगा। आयुष्मान मित्र यह सुनिश्चित करेगा कि इलाज के लिए आए मरीज को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े और उसका कैशलेस और मुफ्त इलाज हो जाए।
वह गरीब परिवार को यह भी बता देगा कि इलाज पर कुल कितना खर्च आया है। आयुष्मान मित्र के साथ ही लाभार्थी परिवारों को आयुष्मान कार्ड भी जारी किया जाएगा। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शुरूआत में इस योजना में आने वाले परिवारों को क्यूआर कोड वाला पत्र जारी किया जाएगा, ताकि उनके पहचान में कोई दिक्कत नहीं आए। बाद में परिवार के हर सदस्य को अलग-अलग आयुष्मान कार्ड जारी किये जाएंगे। इसके देश के किसी भी हिस्से में और किसी भी अस्पताल में इलाज में गरीब व्यक्ति को कोई समस्या नहीं आए।
क्यूआर कोड वाले पत्र और आयुष्मान कार्ड के साथ ही सरकार आयुष्मान भारत के लिए आइटी प्लेटफार्म भी तैयार कर रही है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस प्लेटफार्म की टेस्टिंग का काम चल रहा है। इसमें सभी 10.74 करोड़ परिवार को 55 करोड़ लाभार्थियों का डाटा होगा। बाद में लाभार्थियों के इलाज से लेकर सारी जानकारी इस प्लेटफार्म पर उपलब्ध होगी। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इलाज के दौरान गरीबों को किसी तरह की कोई असुविधा नहीं हो, इसके लिए सारे जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं।