बठिंडा। पंजाब सरकार राज्य में टीबी के मरीजों का इलाज मुफ्त कराएगी। पटियाला स्थित टीबी अस्पताल से इसकी शुरूआत हो गई है। टीबी अस्पताल बठिंडा की इंचार्ज डॉ. रोजी अग्रवाल ने बताया कि टीबी के कुछ ऐसे मरीज भी हैं जिन पर साधारण दवा का असर नहीं होता। ऐसे मरीजों के लिए बेडाक्युलाइन दवा का शुभारंभ किया गया है। इस दवा की एक गोली की कीमत 5 हजार रुपए है और मरीजों को कोर्स पूरा करने के लिए 188 गोलियां दी जानी हैं। ऐसे में एक मरीज पर खर्च लगभग साढ़े 9 लाख रुपए आता है परंतु राज्य सरकार की तरफ से यह इलाज मुफ्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पटियाला, संगरूर, बरनाला, मानसा, फतेहगढ़ साहिब, रोपड़, मोहाली और लुधियाना में इसे शुरू किया गया है।

उसके बाद अमृतसर और जीजीएस मेडिकल कालेज फरीदकोट में भी इस दवा के साथ इलाज शुरू हो जाएगा है। उन्होंने बताया कि बठिंडा जिले में ऐसे मरीज नहीं हैं जिस कारण फिलहाल इसे बठिंडा में शुरू नहीं किया गया है। अगर भविष्य में ऐसे मरीज सामने आते हैं तो इलाज के लिए उन्हें फरीदकोट मेडिकल कालेज भेजा जाएगा। जहां मरीजों को लगभग 15 दिनों के लिए दाखिल होना पड़ेगा और मरीज का पूरा चेकअप व मॉनीटरिंग के बाद ही बेडाक्युलाइन शुरू की जाएगी। 15 दिन इलाज के बाद वापस आने के बाद जिला टीबी अस्पताल में अपना ब्योरा दर्ज करवाना होगा।

डॉ. रोजी अग्रवाल के अनुसार एक मरीज को 24 हफ्ते में 188 गोलियां दी जाएंगी। पहले 2 हफ्ते में हर रोज 4 गोलियां अस्पताल में दाखिल रखकर दी जाएंगी। बाकी 22 हफ्तों में हर हफ्ते में तीन दिन दो-दो गोलियां खिलाई जाएंगी। गोलियां खिलाने के लिए सेहत विभाग के कर्मचारी मरीज के घर जाकर उसे दवा खिलाएंगे। डा. रोजी ने बताया कि उनके पास 2040 मरीज इनरोल हुए हैं। वहीं शहर में मरीजों के लिए शहर में 72 डॉट सेंटर भी खोले हैं, जहां से मरीज दवा लेते हैं।