नई दिल्ली। कोविड वैक्सीन के साइड इफेक्ट का आरोप लगाने वाली जनहित याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। याचिकाकर्ताओं के वकील ने कहा कि कथित तौर पर वैक्सीन से रक्त के थक्के जमने जैसे साइड इफेक्ट होते हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि इसी तरह की चिंताओं पर यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों में क्लास एक्शन सूट दायर किए गए। बता दें कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच मामले की सुनवाई कर रही थी।
मामले में सीजेआई ने कहा कि वैक्सीन ने वैश्विक स्तर पर महामारी संकट पर काबू पाने में मदद की है और अब ऐसी याचिका दायर करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की वजह से हम उस महामारी से निपटने में सक्षम थे, जिसने मानवता को हिलाकर रख दिया। अब इन मुद्दों को न उठाएं। अगर याचिकाकर्ता वास्तव में व्यथित हैं तो उन्हें अनुच्छेद 32 याचिका दायर करने के बजाय सामूहिक मुकदमा दायर करना चाहिए।
जस्टिस पारदीवाला ने हस्तक्षेप करते हुए पूछा कि क्या याचिकाकर्ता को वैक्सीन लेने के बाद व्यक्तिगत रूप से कोई दुष्प्रभाव हुआ है। वकील ने नकारात्मक जवाब दिया। सीजेआई ने टिप्पणी की कि अगर आपने वैक्सीन नहीं ली होती तो क्या दुष्प्रभाव होते। हम इस मुद्दे को उठाना नहीं चाहते। यह सिर्फ सनसनी पैदा करने के लिए है। याचिका खारिज की जाती है।