कानपुर (उप्र)। आयुर्वेदिक दवा में एलोपैथिक तत्व नियोमाइसिन की मिलावट पाए जाने का मामला सामने आया है। ड्रग विभाग की टीम ने रतनलालनगर स्थित मेसर्स भगवती मेडिकल एंड जनरल स्टोर से दवा का सैंपल लिया था।
आयुर्वेदिक औषधि हिमैक्स ऑइंटमेंट (वेट) के नमूने को जांच के लिए लखनऊ की प्रयोगशाला भेजा। औषधि निरीक्षक रेखा सचान ने बताया कि प्रयोगशाला की जांच में नियोमाइसिन तत्व का पहचान परीक्षण सकारात्मक पाया गया।
इस मलहम की निर्माण तिथि दिसंबर 2024 और समाप्ति तिथि नवंबर 2027 है।
शुरुआती जांच में पता चला कि यह दवा मेसर्स इंडियन हब्र्स स्पेशलिटीज प्राइवेट लिमिटेड, शिवपुरी, सहारनपुर में बनाई गई। भगवती मेडिकल एंड जनरल स्टोर, दबौली, रतनलाल नगर में बेची जाती रही। बता दें कि आयुर्वेदिक औषधियों में एलोपैथिक तत्वों का मिश्रण न केवल कानूनन वर्जित है, बल्कि इससे उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य पर गंभीर दुष्प्रभाव भी पड़ सकते हैं।
इस मामले में औषधि निरीक्षक ने दवा विक्रेता को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही दवा की खरीदारी का स्रोत, बेची गई मात्रा, स्टॉक की स्थिति आदि संबंध में जानकारी एक सप्ताह में मांगी है। दवा की बिक्री तुरंत बंद करने और स्टॉक को वापस मंगवाने के भी निर्देश दिए हैं।