नई दिल्ली। हार्ट पेशेंट के लिए एस्पिरिन दवा को ज्यादा असरदार नहीं पाया गया है। नई स्टडी में यह बात सामने आई है। कार्डियोवेस्कुलर समस्याओं के कारण होने वाली मृत्यु को क्लोपिडोग्रेल नामक दवा 14 फीसदी तक कम कर सकती है। शोध में बताया गया है कि इससे गंभीर साइड इफेक्ट्स का खतरा भी कम है।

एस्पिरिन एक ऐसा ओवर द काउंटर पेन किलर है जो दर्द से राहत दिलाता है। कई सालों से इसका इस्तेमाल हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचने के लिए भी किया जाता है। लेकिन नए रिसर्च में पाया गया है कि एस्पिरिन की जगह अब एक दूसरी दवा ने ले ली है।

खून को पतला करने वाली यह दवा एस्पिरिन से ज्यादा असरदार मानी जा रही है। रिसर्च में पाया गया है कि यह दवा एस्पिरिन की तुलना में 14 फीसदी अधिक कारगर हीै। इसमें गंभीर ब्लीडिंग का रिस्क नहीं बढ़ता है। लंबे समय के लिए दिल को सुरक्षित रखने के लिए क्लोपिडोग्रेल नामक दवा का सेवन किया जा सकता है।

यह दवा हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचाने में एस्पिरिन से ज्यादा असरदार है। क्लोपिडोग्रेल बिना किसी एक्स्ट्रा रिस्क के बेहतर सुरक्षा देने का काम करती है। अब तक एस्पिरिन हार्ट के लिए सबसे सस्ती दवा थी। इस नई स्टडी के दावों ने इस पर कई सवाल खड़े कर दिए हंै।