नई दिल्ली। टैपेंटाडोल और कैरीसोप्रोडोल जैसी दवाइयों के निर्माण व निर्यात पर भारत सरकार ने तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है। यह कदम एक फ़ार्मास्युटिकल कंपनी को लेकर बीबीसी आई की पड़ताल के बाद उठाया गया है।
बताया गया कि मुंबई स्थित एवियो फ़ार्मास्युटिकल्स नामक फ़ार्मास्युटिकल कंपनी बिना लाइसेंस के ऐसी दवाइयां बना रही है, जिनसे नशे की लत लगती है। ये कंपनी इसे अवैध रूप से पश्चिमी अफ्रीका भेज रही है। इसकी वजह से वहां एक बड़ा स्वास्थ्य संकट खड़ा हो गया है। चिकित्सा की भाषा में इन दवाइयों का वर्गीकरण ओपिओइड के रूप में किया जाता है। अफ़ीम से बनने वाली दवाओं को ओपिओइड कहते हैं। ये नशीली होती हैं और इसकी लत लग जाती है।
इस रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए भारत सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय और सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइज़ेशन (सीडीएससीओ) (इंटरनेशनल सेल) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के ड्रग्स कंट्रोल अथॉरिटीज़ को निर्देश भेजे हैं। वहीं, महाराष्ट्र सरकार के ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम ने एवियो कंपनी के उत्पादन केंद्र और गोदाम पर रेड की। टीम ने मौके से पूरा स्टॉक ज़ब्त कर लिया है और आगे के उत्पादन को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है.