मुंबई। दवाइयां अवैध रूप से मंगाने और बिक्री करने पर सात लोगों पर केस दर्ज किया गया है। बांद्रा पुलिस ने अवैध रूप से दवाइयाँ आयात करने और बिना रसीद के उन्हें बेचने के आरोप में ज़ीरो एफ़आईआर दर्ज की है।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफड़ीए) की शिकायत पर ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह है मामला
एफडीए को सूचना मिली थी कि घाटकोपर पश्चिम में एक कार्यालय से संचालित मेसर्स एएसपीके इंटरनेशनल ट्रेड बिना बिल दवाइयां बेची जा रही हैं। अवैध रूप से आयातित दवाओं में ओज़ेम्पिक, ओपडिवो और कीट्रुडा इंजेक्शन शामिल थे। सूचना के तहत कार्रवाई करते हुए एफडीए की टीम ने घाटकोपर में कंपनी के कार्यालय और कारखाने पर छापा मारा। रेड के दौरान अधिकारियों को परिसर में अवैध दवाओं का स्टॉक मिला। कंपनी के मालिक सुदर्शन सावने ने दर्शन नामक एक सप्लायर से इन्हें खरीदने की बात स्वीकार की।
यह भी पाया गया कि शुभम सावने और सागर भिसे दवाइयों को इक_ा करने के लिए जिम्मेदार थे। सुदर्शन और शुभम सावने दोनों ने बिल जारी किए बिना नकद में दवाएँ बेचने की बात कबूल की। जांच से पता चला कि भिसे ने मेसर्स सोलंकी मेडिकल एंड जनरल स्टोर्स, पाली नाका, बांद्रा पश्चिम से बिना रसीद के स्टॉक खरीदा था। सोलंकी मेडिकल स्टोर्स पर सूरज सोलंकी ने सावने को दवाइयाँ सप्लाई की थीं और इनके बिल नहीं थे। पुलिस कानूनी कार्रवाई में जुटी है।