हैदराबाद। 135 झोलाछाप डॉक्टर्स के खिलाफ मामले दर्ज किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। तेलंगाना औषधि नियंत्रण प्रशासन (डीसीए) की जांच में इस साल 135 झोलाछाप डॉक्टर आए हैं। ये वैध रूप से दवाइयों का भंडारण और बिक्री कर रहे थे।

डीसीए ने इन 135 झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। डीसीए के महानिदेशक वीबी कमलासन रेड्डी के अनुसार अधिकारियों ने मेडचल-मलकाजगिरी जिले के मुदुचिंतलपल्ली गांव में ए नवीन रेड्डी नामक एक झोलाछाप डॉक्टर के परिसर पर रेड की। इन पर अवैध रूप से स्वप्ना क्लिनिक चलाने का आरोप है। डीसीए के अधिकारियों ने परिसर में बिना ड्रग लाइसेंस के 38 प्रकार की दवाइयों का भंडारण पाया। इनमें एंटीबायोटिक्स, मधुमेह विरोधी दवाएं, उच्च रक्तचाप विरोधी दवाएं आदि शामिल हैं।

टीम ने स्टॉक को जब्त कर लिया। जब्त की दवाओं की कीमत 14,600 रुपये बताई गई है। छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने क्लिनिक में कई एंटीबायोटिक्स – ओफ़्लॉक्सासिन, जेंटामाइसिन, एमोक्सीक्लिन और पोटेशियम क्लैवुलैनेट का पता लगाया।

अधिकारियों ने बाज़ार में कुछ ऐसी दवाइयों का भी पता लगाया, जिनके लेबल पर भ्रामक दावे थे। इसमें कहा गया था कि वे जठरांत्र संबंधी मार्ग के अल्सर और मासिक धर्म के विकारों का इलाज करती हैं।