वाराणसी (उप्र)। कफ सिरप मामले से दवा थोक कारोबार में 50 फीसदी तक गिरावट हुई है। कोडीन युक्त कफ सिरप का अवैध व्यापार सामने आने के बाद थोक दवा मंडी सप्तसागर का व्यापार प्रभावित हुआ है। सप्तसागर दवा विक्रेता समिति के अध्यक्ष संजय सिंह ने बताया कि पहले रोज 20 अरब का कारोबार होता था। 15 दिनों में कारोबार का ग्राफ गिरकर 10 अरब पहुंच गया है।
यह गिरावट 50 प्रतिशत की है। दवा फर्मों के खिलाफ प्राथमिकी से कारोबारी सहमे हैं। पूर्वांचल के कई व्यापारी अब प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर और गोरखपुर का रुख कर रहे हैं। मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल के पिता की गिरफ्तारी ने मुश्किल और बढ़ा दी है। दवा कारोबारी राजू यादव का कहना है कि पुलिस की आवाजाही से मंडी की छवि बिगड़ी है। थोक ग्राहक भी नहीं आ रहे हैं। कारोबारी और ग्राहक के बीच भरोसे की कमी आई है।
व्यापार का माहौल सामान्य नहीं रह गया। मंडी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इसलिए जरूरी है कि इस प्रकरण की सच्चाई जल्द सामने आए। साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। दवा कारोबारी संदीप चतुर्वेदी ने बताया कि स्थानीय व्यापार पर भारी दबाव बना हुआ है। व्यापारियों ने प्रशासन से मांग की है कि पारदर्शिता के साथ जांच की जाए। बेगुनाह कारोबारियों की छवि खराब न हो।
दवा बाजार सप्तसागर, नेहरू मार्केट और बुलानाला में 10 हजार से अधिक दवा कारोबारी जुड़े हैं। महीने में अरबों का थोक कारोबार होता है। आम दिनों में बाजार में काफी भीड़भाड़ हाेती है। लेकिन बाजार में मौजूदा स्थिति के कारण उनके भी ऑर्डर नहीं मिल रहे हैं।










